प्रयागराज (इलाहाबाद). मकर संक्रांति पर्व पर मंगलवार को गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। यहां त्रिवेणी में सनातन धर्म की रक्षा के लिए बने 13 अखाड़ों ने पहला शाही स्नान किया,
इसी के साथ दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक महापर्व कुंभ की शुरुआत हो गई। हाथों में धर्म ध्वजा थामे हर-हर महादेव के गगनभेदी जयघोष लगाते हुए साधु संत, नागा संन्यासियों व आम श्रद्धालुओं से संगम तट का नजारा ऐतिहासिक नजर आया।
मेला प्रशासन के मुताबिक, पिछले 48 घंटों में एक करोड़ 80 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई है।
प्रयागराज कुंभ में मंगलवार को मकर संक्रांति पर पहला शाही स्नान हर्षोल्लास के साथ किया गया। परंपरा के मुताबिक, सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा ने सुबह 6.15 बजे शाही स्नान किया। अखाड़े के महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत व श्रीमहंत रथ व बग्घी पर सवार होकर संगम तट पहुंचे थे।
इसके बाद अटल, निरंजनी और आनन्द अखाड़ा ने शाही स्नान किया। तीसरे क्रम में जूना अखाड़े के साथ ही किन्नर, अग्नि और आवाहन अखाड़े के साधु-संत शाही स्नान किए। फिर तीनों वैष्णव अनि अखाड़े दिगम्बर, निर्मोही और निर्वाणी अखाड़ों ने स्नान किया। दोनों बैरागी अखाड़े नया उदासीन और बड़ा उदासीन अखाड़े ने स्नान किया। आखिर में निर्मल अखाड़े के संतों ने स्नान किया।
संगम तट पर चहुंदिशओं में आस्था अपने हिलोरे मार रही थी तो यूपी सरकार की तरफ से साधु-संतों व श्रद्धालुओं पर हैलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। यह पहला मौका था जब कुंभ में संतों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। इससे लोगों में और उत्साह देखने को मिला।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी व उमा भारती ने किया स्नान
मकर संक्रांति पर्व पर करोड़ों आम श्रद्धालुओं के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी व साध्वी उमा भारती भी संगम तट पहुंची। स्मृति ईरानी ने आम श्रद्धालु की तरह त्रिवेणी में डुबकी लगाई और सोशल मीडिया पर फोटो भी शेयर की। उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा- हर हर गंगे।
पहली बार किन्नर अखाड़े ने किया शाही स्नान
कुंभ के इतिहास में पहली बार मकर संक्रांति पर्व पर मंगलवार को महाकाल के उपासक किन्नर अखाड़े ने शाही स्नान किया। इससे पहले जूना अखाड़े के साथ भव्य पेशवाई निकाली गई। रथ, बग्घी पर सवार होकर आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी व अन्य महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर त्रिवेणी तट पहुंचे। यहां जूना अखाड़े के संतों के साथ संगम में मोक्ष की कामना के लिए डुबकी लगाई और भगवान सूर्य की उपासना की।
अब यह होंगे स्नान-
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पौष पूर्णिमा- 21 जनवरी 2019 सोमवार
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पौष एकादशी स्नान- 31 जनवरी 2019 गुरुवार
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मौनी अमावस्या- 4 फरवरी 2019 सोमवार
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बसंत पंचमी- 10 फरवरी 2019 रविवार
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माघी एकादशी- 16 फरवरी 2019 शनिवार
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माघी पूर्णिमा 19 फरवरी 2019 मंगलवार
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महाशिवरात्रि 04 मार्च 2019 सोमवार