राजकीय मेडिकलकॉलेज सद्दरपुर में इलाज के लिए आने वाले मरीजो का अच्छा उपचार हो इसके लिए 6 विभागों के लिए दो करोड़ रुपये में नई मशीन व उपकरण खरीदे जाएंगे। साथ ही दो करोड़ रुपये में उपकरणों के देखरेख और रखरखाव पर खर्च होगा।
महामाया राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर में संसाधनों की कमी से मरीजो समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा था। संसाधन न होने के कारण मरीज को बिना इलाज कराए वापस लौटना पड़ता है। इसी को देखते हुए सरकार ने संसाधनों को बढाने का निर्णय लिया है। इसके चलते सरकार ने दो करोड़ रुपये नई मशीनों की खरीदारी के लिए स्वीकृत किया है। ये राशि सद्दरपुर मेडिकल कॉलेज पहुंच भी गई है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने तय किया कि 6 अलग-अलग विभागों के लिए 10 मशीनें व जरूरी उपकरण खरीदे जाएंगे। इससे मरीजों की जांच, इलाज व ऑपरेशन में पहले से ज्यादा सुविधा मिल सकेगी।
राजकीय मेडिकल कालेज में मरीजो के खून जांच के लिए ब्लड बैंक में तीन मशीनें खरीदे जाने का निर्णय लिया गया है। ब्लड बैंक के लिए रक्त घटक निकालने की अत्याधुनिक स्वचालित मशीन खरीदी जाएगी। ऑटोमेटेड ब्लड कंपोनेंट एक्सट्रैक्टर नाम की ये मशीन खून से तीन से चार मिनट में 99 प्रतिशत प्लाज्मा व रक्त कणिकाएं आदि घटक अलग कर देती है। यह मशीन पहले भी यहां थी, लेकिन अब अत्याधुनिक किस्म की मशीन उपलब्ध होगी। इम्यूनोएसे एनलाइजर के अलावा आठ बैग का रेफ्रीजरेटेड सेंट्रीफ्यूज भी खरीदा जाएगा,
जिसका लाभ खून की विभिन्न जांच में होगा। हड्डी विभाग में ऑपरेशन के लिए अब हैलोजन लाइट के स्थान पर एलईडी मोबाइल लाइट लगेगी। अत्याधुनिक सीआर्म मशीन के साथ ही इलेक्ट्रिक ड्रिल मशीन स्थापित कराई जाएगी, जिसका प्रयोग ऑपरेशन के दौरान बोन में रॉड ट्रांसप्लांट करने के लिए होता है। सामान्य सर्जरी, आंख, कान व नाक विभाग समेत स्किन विभाग के लिए भी मशीनें खरीदी जाएंगी। इससे इन सभी विभागों में आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार मिल सकेगा।
इन मशीनों मे एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स-रे मशीन और ऑपरेशन थिएटर के सभी उपकरणों समेत अन्य प्रकार के चिकित्सीय उपकरण शामिल हैं। वार्षिक मरम्मत व रखरखाव के लिए कुल पांच करोड़ रुपये का प्रस्ताव मेडिकल कॉलेज से भेजा गया था। फिलहाल दो करोड़ रुपये राज्य सरकार ने स्वीकृत किए हैं।
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