मुलायम सिंह, शिवपाल की जनाक्रोश रैली में पहुंचे
लखनऊ: मंच पर पहुंचकर अंसार रजा ने कहा कि जिस मंच पर नेताजी जैसा लौह पुरुष मौजूद हों, उसको कैसे बीजेपी से जोड़ा जा सकता है। बीजेपी से जोड़ने की कोशिश हुई है। नेताजी जैसा शख्स कभी बीजेपी का साथ नहीं दे सकता। मजबूर होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया गया है। नेहरू से लेकर नेताजी तक मुसलमानों ने अपना नेता माना लेकिन अपनी क़ौम के किसी को नेता नहीं माना।
शिवपाल यादव की जनाक्रोश रैली में मुलायम सिंह यादव और उनकी छोटी बहू अपर्णा यादव शिवपाल के साथ मंच पर पहुंच गए। बता दें, पहले शिवपाल ने बड़े भाई मुलायम को जनाक्रोश में आने का न्योता भेजा था। मगर पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि नेता जी इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे लेकिन वह यहां पहुंच गए।
इस दौरान मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने कहा कि आज का जन सैलाब ये प्रमाण है कि शेर को चोट नही देना चाहिए क्योंकि जब वो जाग खड़ा होता है तो सभी जानते हैं कि जंगल में उसी का राज चलता है। लोहिया को चोट पहुंची तो समाजवाद आया। नेताजी को चोट पहुंची तो सबको बराबरी का दर्जा मिला।
अब चाचा जी को चोट पहुंची है तो आप खुद समझ सकते हैं कि क्या होना वाला है। कम्पनी राज चल रहा है। बड़ी कंपनियों के हाथ मे सरकार खेल रही है। जीएसटी कठिन नियम बनाया गया है। व्यापारी परेशान हैं। गढ्ढा मुक्त सड़क आज तक नही हो पाई है। प्रदेश में किसी की सुनवाई नही हो रही है।

परिवर्तन का मौका है 2019 में हमारे साथ कुच कीजिये। चाचा जी ने बुलाया है और बोलने का मौका भी दिया। जिस तरह से करना होगा तन-मन-धन से साथ दूंगी।
आदित्य यादव ने कहा कि आज के समय सरकार हिन्दू-मुस्लिम डिबेट को बढ़ावा दे रही केंद्र और राज्य सरकार विकास का कोई काम नहीं कर रही है। संविधान सब से बड़ी ताकत देता है। आज बहुत सारी दिक़्क़त आ रही हैं।

आदित्य ने कहा कि हम सबको मज़बूती से लड़ना है। 2019 के चुनाव में हम देशभर में संदेश देंगे। प्रदेश का जो माहौल हौ वो डरावना है, ऐसे में समाजवाद के लिए काम करना होगा। भगवती सिंह जी, नेताजी और शिवपाल सिंह यादव ने समाजवाद के लिए काम किया।

हम सुरक्षा की बात करेंगे। हिन्दू-मुस्लिम की बात नहीं करेंगे। हम विकास की बात करेंगे। विकास के लिए बहुत काम हो सकता है लेकिन यहां जाति धर्म की बात हो रही। शहरों के नाम बदल जा रहे हैं। अगर करना ही तो नया शहर बनाइए वो विकास होगा।

