संपूर्ण बांग्लादेश में लॉकडाउन लागू कोरोना के डेल्टा वेरिएशन का असर

आर जे न्यूज़ 

बांग्लादेश में शुक्रवार को कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए अगली सूचना तक देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई। देश में कोरोना वायरस संक्रमण से 108 और रोगियों की मौत हो गई जो महामारी की शुरुआत के बाद से एक दिन में हुई मृतकों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या है।

एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि आपातकालीन सेवाओं के अलावा सभी सरकारी और निजी कार्यालय बंद रहेंगे। बिना अत्यावश्यक कारणों के किसी को भी घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी।’’ इसमें कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान केवल आपात वाहनों के ही संचालन की अनुमति होगी।

यह भी पढ़ें : बिहार आने जाने वालों के लिए खुशखबरी आज से चलेगी उनकी मनपसंद ट्रेन

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 से हुई मौतों की संख्या 13,976 पर पहुंच गई है जबकि पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 5,869 नये मामले सामने आने के बाद मामलों की कुल संख्या बढ़कर 8,78,804 हो गई है। देश में इस वर्ष 19 अप्रैल को इस महामारी से सबसे अधिक 112 लोगों की मौत हुई थी।

लोक प्रशासन मंत्रालय ने कहा था कि वे कोविड-19 पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समिति (एनटीएसी) की राय के अनुरूप दो सप्ताह तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी बंद को लागू करने संबंधी सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।

इस बयान के कुछ घंटे बाद स्वास्थ्य अधिकारियों की रिपोर्ट सामने आई है। लोक प्रशासन के राज्य मंत्री फरहाद हुसैन ने संवाददाताओं से कहा था कि हम किसी भी समय लॉकडाउन करने के लिए तैयार है..यह पिछले साल की तुलना में कठोर होगा।

एनटीएसी ने कहा कि उन्होंने ‘सख्त देशव्यापी लॉकडाउन की सिफारिश की थी क्योंकि उनके विशेषज्ञ आश्वस्त थे कि देशव्यापी लॉकडाउन के बिना बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप ढाका में फैल गया है, यहां स्वास्थ्य सुविधाओं पर दबाव बढ़ रहा है। भारत की सीमा से लगे उत्तरी और दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों में भी डेल्टा प्रकार के मामले सामने आए हैं।

अधिकारियों ने पिछले हफ्ते सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए राजधानी को देश के बाकी हिस्सों को अलग करने के प्रयास में ढाका के आसपास के सात केंद्रीय जिलों में लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया था।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More