लखनऊ. जनवरी के सर्द मौसम में राजनीतिक शोले भड़कने वाले है,चुने जाएंगे 12 विधान परिषद सदस्य

अगले हफ्ते एक बड़ा राजनीतिक तूफान यूपी में दस्तक देने वाला है. असल में विधानपरिषद की 12 सीटें 30 जनवरी को खाली हो रही हैं. विधानपरिषद सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हर हाल में शुक्रवार से पहले इसकी अधिसूचना चुनाव आयोग जारी कर देगा. वैसे तो विधानसभा क्षेत्र की सीटों पर आपसी सहमति से चुनाव बिना हो-हल्ला के हो जाया करते हैं लेकिन, इन 12 सीटों में से 1 सीट को लेकर राजनीतिक दलों के बीच कुश्ती देखने को मिल सकती है. जिन सीटों पर चुनाव होने जा रहा है उसमें विधायक ही वोट करेंगे.

आखिर क्यों मचेगा राजनीतिक तूफान भाजपा के विधायकों की जितनी संख्या है उसके आधार पर पार्टी को 12 में से 10 सीटें आराम से मिल सकेंगी 1 सीट सपा की भी पक्की है. यानी 11 सीटों पर कोई लड़ाई है ही नहीं. अब बची 12वीं सीट. इस सीट को लेकर ही जंग हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि अपनी- अपनी सीटें निकाल लेने के बावजूद सपा और भाजपा के पास सरप्लस वोट बचेंगे इसके अलावा बसपा, कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के वोट भी बचे रहेंगे

अब इन वोटों को जोड़कर एक सीट फतह की जा सकती है राजनीतिक कसरत इसी एक सीट को अपने खाते में जोड़ने के लिए होगी इस घमासान की कल्पना इसलिए भी की जा रही है क्योंकि कुछ ही दिन पहले राज्यसभा के चुनाव में इसी गणित के आधार पर सपा और बसपा में तलवारें खिंच गयी थीं.

भाजपा के विधायकों ने वोट देकर बसपा के एक कैण्डिडेट को राज्यसभा में भेज दिया था बदल जायेगी विधानपरिषद की सूरत इस चुनाव के बाद भाजपा को जबरदस्त फायदा मिलने जा रहा है. परिषद में उसकी सदस्य संख्या 35 हो जायेगी. पिछले कई सालों में इतनी सीटें भाजपा के पास कभी नहीं रहीं. सबसे ज्यादा चोट बसपा और सपा को लगेगी जिन्हें अपनी कई सीटें गंवानी पड़ेंगी

12 सीटों पर किस पार्टी के कितने विधायक जिन 12 सीटों पर चुनाव होने जा रहा है उनमें से अभी 3 भाजपा के पास, 6 सपा के पास, दो बसपा के पास हैं. नसीमुद्दीन वैसे तो बसपा से ही विधायक थे लेकिन कांग्रेस में जाने के कारण उनकी सदस्यता चली गयी थी और सीट खाली हो गयी थी. चुनाव के बाद किसकी झोली में कितने विधायक चुनाव के बाद हालात बदल जायेंगे. भाजपा 3 से 10 पहुंच जायेगी. सपा 6 से 1 रह जायेगी और बसपा का तो खाता ही नहीं खुलेगा

1 सीट करिश्माई नतीजे दे सकती है, जिसपर घमासान की बातें उपर बताई गयी हैं. किन नेताओं का कार्यकाल हो रहा खत्म 11 विधायकों का कार्यकाल 30 जनवरी को खत्म हो जायेगा इसमें भाजपा के दो दिग्गज शामिल हैं. डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह. इसके अलावा भाजपा के लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का टर्म भी पूरा होगा

सपा के दिग्गज और परिषद में विपक्ष के नेता अहमद हसन का चर्म भी पूरा हो रहा है. इसके अलावा आशू मलिक, रमेश यादव, रामजतन राजभर, वीरेन्द्र सिंह और साहब सिंह सैनी का भी टर्म पूरा होगा. बसपा के धर्मवीर सिंह अशोक और प्रदीप कुमार जाटव भी 30 जनवरी के बाद विधायक नहीं रह जायेंगे. नसीमुद्दीन सिद्दीकी की सीट पिछले एक साल से खाली चल रही है

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