नौरता उद्यापन के लिए तालाब गई दो किशोरियों की तालाब में डूबने से मौत

0
ललितपुर। बुन्देलखण्ड की विविध धरोहर , एतिहासिक कथा , कवि साहित्य आदि का क्षेत्र माना जाता है। यहाॅ मनायें जाने वाले प्रत्येेंक तीज त्यौहारों मे एतिहासिक घटना , पौराणिक महत्व  याद दिलाती है। इन्ही पर्वो मे शारदीय नवरात्र और इसी नवरात्रि मे क्वारी कन्याओं द्वारा खेल खेलने मे कला साहित्य ,इतिहास की प्रेरणा देने वाला पर्व माना गया है। नारे सुआटा जिसे हमसब नौरता वृत से भी जानते है। नौ दिनों तक बदल बदल कर रोज नई शिक्षात्मक गति विधियों , पूजा ,पाठ ,साफ , सफाई , लिपाई , पुताई से लेकर रंगोली सजाकर पारम्पारिक बुन्देली गीत के रूप मे चन्द्रा ऊरे बडे भुंसारे , तुम जाग लों नारे सुआटा । इसी गीत मे वृती कन्यायें अपने अपने घर परिवार , पडोस, रिस्तेदारो के छोटें भाई बहनों के नाम पिरोती (गीत मे नाम उच्चारण कर गीत गाती चली जाती) पौ फटने सं पूर्व ब्रम्ह मूर्हत मे खेलने से जहाॅ स्वस्थ व्यायाम , ज्ञान का विकास होता।
अविवाहित बालिकाएं बड़े हर्ष के साथ खेलती है एवं अंतिम दिन उसके उद्यापन के लिए तालाब बांध आदि में स्नान कर समापन करती है उसके लिये आज सुबह जनपद की तहसील पाली अंतर्गत ग्राम बंट में नव दुर्गा में नौरता उद्यापन के लिए तालाब में नहाने गई दो नाबालिक किशोरियों की तालाब में डूबकर मौत। वहां पर उपस्तिथ बालिकाओ में हड़कंप मच मौके पर पहुँचे लड़कियों के परिजनों ने थाना पाली में सूचना दी मौके पहुची पुलिस ने दोनों शवो को अपने कब्जे में लेकर शवो की पहचान ग्राम बंट निवासी सुभि (11 वर्ष) पुत्री राजीव रावत एवं नैंशी(15 वर्ष) के रूप में हुई। बालिकाओ के मौत पर परिवार में कोहराम मचा गया वही पूरे गॉव में शोक की लहर दौड़ गई।
रिपोर्ट – इंद्रपाल सिंह

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More