यूपी: सचिवालय में 700 पदों पर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम हुई करोड़ों की ठगी, 2 गिरफ्तार
एसटीएफ ने सचिवालय व सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिरों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह ने 700 पदों पर फर्जी नौकरी निकाली और 500 से अधिक लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी बांट दिया।
सूत्रों के अनुसार ठगी के जरिए इस गिरोह 15 से 20 करोड़ रुपये तक की कमाई की है। गिरोह 1800 और लोगों को फर्जी भर्ती के नाम पर ठगने की तैयारी में था। इस मामले में हरदोई के देवेश मिश्रा और लखीमपुर खीरी के विनीत कुमार मिश्र को लखनऊ के इंदिरानगर से गिरफ्तार किया गया है। देवेश गिरोह का सरगना है। गिरोह में कई अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि यह गिरोह ब्लॉक स्तर पर कोऑर्डिनेटर बनाकर बेरोजगार युवकों की तलाश करते हैं। उन्हें सचिवालय व अन्य सरकारी विभाग में नौकरी दिलाने का लालच देकर उनसे पैसे ऐंठ लेता है। क्लर्क के लिए चार से पांच लाख रुपये और चपरासी के लिए दो से तीन लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी वसूला जाता था। इसके बाद सचिवालय का लोगो लगा फर्जी नियुक्ति पत्र दे देते थे। इस पर मुख्य सचिव का फर्जी हस्ताक्षर भी होता था।
500 से अधिक लोगों को दिए फर्जी नियुक्ति पत्र
इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाले एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही ने बताया कि गिरोह ने सचिवालय और सरकारी विभागों में 700 पदों पर फर्जी नौकरी निकाली हुई थी। इसमें से 500 से अधिक लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिए जा चुके थे।
ये दस्तावेज बरामद
गिरफ्तार शातिरों के पास से एसटीएफ ने कूट रचित दस्तावेज, अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाणपत्र, उनके फोटोग्राफ, 2 रजिस्टर, 2 मोबाइल, 4 एटीएम कार्ड, एक स्विफ्ट कार और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। दोनों अभियुक्तों को इंदिरानगर थाने में दाखिल किया गया है।