शहीद रवि की अंतिम यात्रा में लोगों की थी आंखें नम

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शहीद रवि अमर रहें, भारत माता की जय, रवि तुम्हारा बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा… इन जयघोषों से विंध्य के आसमान गूंज रहा था। हर कोई बस कश्मीर के बारामुला में शहीद हुए रवि कुमार के अंतिम दर्शन कर लेना चाहता था। रवि का गौरा गांव के निकट रामलीला मैदान में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
आंखों में आंसू के साथ अंतहीन पीड़ा को छिपाए पिता संजय सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। वहीं, सेना के जवानों ने और अधिकारियों ने अंतिम सलामी दी। 50 हजार से ज्यादा लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
कश्मीर के बारामुला में हुए आतंकी हमले में सोमवार को शहीद हुए रवि सिंह का पार्थिव शरीर सुबह उनके गृह जनपद में आया तो श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। करीब पांच किलोमीटर लंबा काफिला गांव तक पहुंचा।
पार्थिव शरीर पर जगह-जगह पुष्पवर्षा की गई। गंगा नदी में बाढ़ को देखते हुए तट से कुछ दूरी पर स्थित रामलीला मैदान में अंतिम संस्कार किया गया। तीन दिन से अपने इकलौते बेटे के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रही पत्नी,  मां रेखा और पिता संजय सिंह पार्थिव शरीर से लिपट गए।
जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने बताया कि शासन से मिले निर्देश के आधार पर परिवार की 50 लाख की आर्थिक मदद कर दी गई है।
परिवार के एक सदस्य को नौकरी और अन्य शेष कार्यों को कराया जाएगा।
शहीद को श्रद्धांजलि देने वालों में ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल, एमएलसी आशीष पटेल, विधायक राहुल कोल, नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल, जिलाध्यक्ष भाजपा बृजभूषण सिंह, भारतीय किसान मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री राजेश सिंह, पूर्व राज्यमंत्री कैलाश चौरसिया, मुन्नी यादव, सीडीओ अविनाश सिंह, एसपी अजय कुमार एडीएम वित्त एवं राजस्व यूपी सिंह मौजूद रहे।
R J दीपक वर्मा✍️

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