आइजीआरएस की प्रदेश सूची में जनपद को 55 वीं रैंक मिलने पर डीएम नाराज
महोबा, 25 जुलाई 2020 जिला मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार तिवारी ने आइजीआरएस संदर्भों की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद में IGRS के 1092 प्रकरण लंबित हैं।जिसकी वजह से जनपद महोबा का स्थान प्रदेश सूची में 55 वें रैंक पर हैं।इनमें से प्रथम स्तर अधिकारियों( शासन /मुख्यालय से सीधे प्रेषित) को सीधे प्रेषित संदर्भ 968 हैं तथा कुल डिफाल्टर प्रकरण कुल 144 में से 105 प्रकरण प्रथम स्तर के अधिकारियों के पास लंबित है।यह जिले के अधिकारियों द्वारा आइजीआरएस से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में की गई घोर लापरवाही को दर्शाता है।
आइजीआरएस निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर होगी कार्रवाही-डीएम
डीएम ने जिले में सर्वाधिक डिफॉल्टर संदर्भ रखने वाले अधिकारियों में ए आर कोऑपरेटिव, पूर्ति और विद्युत अधिशाषी अभियंता, परियोजना अधिकारी नेडा आदि को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि शिकायतों के निस्तारण में डिफॉल्टर होना अक्षम्य है, इसलिए इसमें कतई लापरवाही न कि जाए।आइजीआरएस से प्राप्त शिकायतों की निगरानी सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा की जाती है।उन्होंने जिले के समस्त अधिकारियों के निर्देश देते हुए कहा कि आइजीआरएस पोर्टल को नियमित रूप से विजिट करें और सभी पेंडिंग संदर्भों को तत्काल निस्तारित करें।साथ ही कहा आइजीआरएस से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखें।उन्होंने सभी अधिकारियों से अपेक्षा करते हुए कहा कि आइजीआरएस की अगली साप्ताहिक रैंकिंग में जनपद का स्थान प्रथम होना चाहिए।