सिंगरौली: सरई थाना क्षेत्र के गोरा गांव में एक बार फिर हुआ नरसंहार

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सिंगरौली जिले के सरई थाना अंतर्गत गोरा गांव में एक बार फिर नरसंहार हुआ ह
जहां जमीनी विवाद को लेकर दो तिवारी परिवारों में धारदार हथियार व लाठी-डंडों से जोरदार एक दूसरे के ऊपर जानलेवा प्रहार किया गया है
इतना ही नहीं एक परिवार की इस पूरी घटना में करीब एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिनका उपचार सरई के स्वास्थ्य केंद्र में कराया जा रहा था जहां से गंभीर हालत होने पर मरीजों को जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में रेफर कर दिया गया है।
जिले में इसके पूर्व में भी इस तरीके से जमीनी विवाद को लेकर कई घटनाएं होती रहती है लेकिन उसके बावजूद भी शासन-प्रशासन की नींद नहीं खुलती हुई दिखती है। और इसका जीता जागता उदाहरण सिर्फ पैसों का खेल ही दिखाई पड़ता है। हालांकि इस पूरे मामले में पहले तो एक बार एक दूसरे परिवार पर लाठी-डंडों से प्रहार किया गया और इसकी बकायदा जानकारी डायल हंड्रेड के माध्यम से सरई थाने को दी गई
जहां घटनास्थल पर पहुंची सरई पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ एफआई आर दर्ज कर उन्हें समझाइश देकर घर भेज दी
लेकिन जैसे ही सुबह होने को आई की एक परिवार आरोपियों अरविंद तिवारी उमेश तिवारी अरुण तिवारी सूनील अपने करीब 40 लोगो के साथ मिलकर छोटेलाल तिवारी के परिवार के ऊपर जानलेवा हमला फिर से कर दिया गया और इतना ही नहीं मारपीट करने के बाद दरवाजे बंद करके आग भी लगा दिए
लेकिन गनीमत अच्छी रहेगी कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई और पड़ोसियों के द्वारा मदद की गई जिससे आग पर काबू पा लिया गया हालांकि इस पूरे मामले में सरई पुलिस पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं और यह बिल्कुल लाजमी है कि जब कोई हत्या हो जाए तब पुलिस का एक्शन दिखे
अगर ऐसी कोई अप्रिय घटना होने से पहले पुलिस ठोस कदम उठा दे तो ऐसी घटनाएं देखने को ना मिले
लेकिन मामले को गंभीरता से देखते हुए जब पत्रकारों ने एडिशनल एसपी प्रदीप शिंदे के पास इस मामले की जानकारी ली तो उन्होंने तुरंत ही टीआई को फोन लगाकर सख्त हिदायत दी और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है
हालांकि इस पूरे मामले में घायल की नातिन निलम का कहना है कि करीब 40 की संख्या में आए लोगो में कुछ लोग उत्तर प्रदेश से मंगाए गए थे मारपीट करने के लिए। और लगातार अब भी उनके द्वारा धमकी दी जा रही है कि यहां से घर खाली करके भाग जाओ नहीं तो जान से मार दिए जाओगे।

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