घरेलू कलह का नतीजा इतना खौफनाक होगा शायद किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा। एक ही छत के नीचे रहने और एक ही रसोई में खाना बनाने के बावजूद माता-पिता और बेटा-बहू पिछले एक साल से अलग रह रहे थे। दिलों के अंदर एक-दूसरे के प्रति नफरत और घृणा इस कदर हावी हो गई कि मंगल के दिन पूरे परिवार का अमंगल हो गया। व्यक्ति ने अपनी पत्नी, पुत्रवधू की कुल्हाड़ी से बेरहमी से हत्या की और फिर खुद जहरीला पदार्थ निगल लिया। तीनों की ही मौत हो गई।
वारदात हरियाणा के भिवानी जिले के गांव पालुवास की है। 32 वर्षीय लवेश पानी के टैंकर सप्लाई का काम करता था। घर के अंदर ही उसने बोरवेल किया था। जहां से पानी टैंकर में भरकर वह लोगों को बेचता था। लवेश के दो लड़के हैं। एक चार साल व दूसरा डेढ़ साल का बेटा है। जबकि उसकी पत्नी संजू घर पर रहती थी। लवेश के पिता सुखबीर खेतीबाड़ी करते थे और उसकी मां सुमन गृहिणी थी।
करीब एक साल पहले से परिवार के सदस्यों के बीच अनबन रहने लगी। नतीजा यह हुआ कि बूढ़े मां-बाप अलग हो गए और लवेश अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों के साथ उसी घर में अलग रहने लगा। दो कमरों और एक रसोई के इस मकान में दोनों अलग-अलग रहते हुए भी एक ही रसोई में खाना पकाते थे। जिस समय सुमन की हत्या हुई उस समय वह रसोई के अंदर गैस पर दूध गर्म कर रही थी।

उसकी हत्या के एक घंटे बाद जब तफ्तीश कर रहे डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बेटे से पूछताछ की तो तुरंत रसोई घर की तरफ दौड़े। देखा गैस अभी भी जल रही थी और दूध पतीले के अंदर ही जल चुका था। पुलिस ने गैस को बंद किया। जबकि कमरे के अंदर लवेश की पत्नी संजू की लाश फर्श पर पड़ी थी। संजू के सिर और पेट पर कुल्हाड़ी से कई वार किए गए थे। खून फर्श पर बिखरा था। कमरे के अंदर ही खाना संदूक पर बनाकर रखा था। शायद पहले संजू ने रसोई में खाना बनाया था, उसी के बाद उसकी सास रसोई के अंदर दूध गर्म कर रही थी। इसी दौरान सुखबीर के सिर पर खून सवार हो गया और घर के अंदर रखी कुल्हाड़ी और रॉड से
