रीवा का लाल भारत और चीनी केबॉर्डर में मातृभूमि की रक्षा करते हुआ शहीद : विंध्य में शोक की लहर

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रीवा। भारत और चीन के बीच लाईन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर
गलवान घाटी में मां भारती की सुरक्षा हेतु मध्यप्रदेश रीवा के लाल शहीद हुए।
देवतालाब बिधान सभा कांग्रेश नेत्री श्रीमती सीमा जयवीर सिंह के जानकारी के मुताबिक
मनगवां थाना के मनिकवार चौकी के अंतर्गत देवरा फरेदा गांव का
निवासी दीपक सिंह पिता गजराज सिंह एक वीर सैनिक चीन बॉर्डर मे शहीद हो गये है।
जैसे ही पीड़ित परिवार के सेना के अधिकारियों ने सूचना दी है
तो पूरे विन्ध में मातम फैला हुआ है।माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है।
पूरे झेत्र शोक लाहर छाई हुई है।गांव वाले वीर सैनिक की शाहदत पर शामिल होने के लिए घर में एकत्र हो गए है।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि रीवा का लाल भारती और चीन बॉर्डर में शहीद हुआ है।
ड्यूटी के दौरान दोस्त की गोली निकलते वक्त ही वीर सपूत शहादत को प्राप्त किया है।
देवतालाब विधानसभा की कांग्रेस नेत्री श्रीमती सीमा जयवीर सिंह
एवं जिला पंचायत जयवीर सिंह सदस्य ने उनके साथियों की बहादुरी को याद किया और लिखा कि
हम करोड़ों लोग इन वीर सपूतों के सुरक्षा मे तैनाती और मुस्तैदी की कारण
क्योंकि हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। इन बहादुरों के प्रति हम कितनी भी कृतज्ञता व्यक्त करें,
वह कम ही होगी। लोगों ने अमर शहीद को हिम योद्धा और सुपर पॉवर जैसे शब्द दिए।
लद्दाख की गलाविन घाटी में सोमवार की रात चीनी
और भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने की
खबर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है,
इस बीच खबर यह है कि 20 भारतीय सैनिक जो लद्दाख सीमा में शहीद हुए हैं
उनमें एक वीर सपूत विंध्य की माटी का है.
दीपक सिंह भी लद्दाख की सीमा में हुए सैनिक संघर्ष के दौरान शहीद हो गए
सैन्य अधिकारियों द्वारा दीपक के पिता गजराज सिंह को फोन पर इस बात की जानकारी दी
यह खबर आने के बाद पूरे विंध्य में शहादत के फक्र के साथ सभी को गमगीन कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक गुरुवार तक शहीद दीपक सिंह का पार्थिव शरीर रीवा पहुंच सकता है
दीपक के बड़े भाई प्रकाश सिंह भी आर्मी में है और देश की सेवा कर रहे हैं
प्रकाश अपने बड़े भाई प्रकाश की प्रेरणा से ही दीपक देश की सेवा करने फौज में शामिल हुए थे.
हरिशंकर पाराशर, राष्ट्रीय जजमेंट, कटनी 

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