दिल्ली में 10 हजार बेड वाला सबसे बड़ा अस्थायी अस्पताल 30 तक होगा तैयार

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उपराज्यपाल अनिल बैजल ने रविवार को साउथ दिल्ली में कोविड-19 मरीजों के लिए
प्रस्तावित 10 हजार बेड वाले अस्थाई अस्पताल की जगह का निरीक्षण किया।
यह अभी तक का सबसे बड़ा अस्थायी अस्पताल होगा।
इसको 30 जून तक तैयार कर लिया जाएगा।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने निरीक्षण के बाद
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मेडिकल स्टॉफ और चिकित्सा उपकरण के इंतजाम करने के आदेश दिए है।
दिल्ली में बढ़ते संक्रमण के चलते लगातार बेड बढ़ाने की क़वायद की जा रही है।
एलजी ने निरीक्षण कर विभाग को मेडिकल स्टॉफ और उपकरण के इंतजाम करने के आदेश दिए
इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल,
साउथ दिल्ली के जिला अधिकारी बीएम मिश्रा समेत
अन्य अधिकारी ने प्रस्तावित कोविड-19 के अस्थायी अस्पताल का निरीक्षण किया।
भाटी माइंस स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास के सचिव विकास सेठी ने बताया कि
आध्यात्मिक संगठन ने दो-तीन दिन पहले अस्थाई अस्पताल बनाने के लिए
परिसर के इस्तेमाल की अनुमति दी है।
उन्होंने बताया कि 1700 फुट लंबा और 700 फुट चौड़ा है। यहां 50-50 बेड वाले 200 क्षेत्र होंगे।
अस्थाई अस्पताल शहर में अब तक का ऐसा सबसे बड़ा केंद्र होगा
यह प्रस्तावित अस्थाई अस्पताल शहर में अब तक का ऐसा सबसे बड़ा केंद्र होगा।
उन्होंने बताया कि 30 जून के अंत तक निर्माण का काम पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि धातु के टेंट में बिजली और पंखे पहले से लगे हुए हैं।
गर्मी को देखते हुए कूलरों की जरूरत होगी। परिसर में बनी इमारत में
चिकित्साकर्मियों के रहने का इंतजाम भी किया जा सकता है।
भाटी माइंस स्थित राधा स्वामी सत्संग व्यास ने परिसर के इस्तेमाल की सरकार को अनुमति दे दी
वहीं, जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि
आध्यात्मिक संगठन एक बड़ी रसोई का संचालन भी करता है,
जहां से एक लाख लोगों को एक समय में खाना उपलब्ध कराया जा सकता है।
परिसर में पर्याप्त संख्या में शौचालय भी हैं।
परिसर में करीब 500 शौचालय है, जो 10,000 कोविड-19 मरीजों के लिए पर्याप्त हैं।
50 बिस्तरों वाले प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक डॉक्टर, दो नर्स और एक सफाईकर्मी की जरूरत होगी।
सरकार होटल बैंक्वेट हॉल एक सप्ताह में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 15 हजार बेड बढ़ाएंगी
राजधानी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले से बेड की आवश्यकता को देखते हुए
दिल्ली सरकार ने एक सप्ताह में 15 हजार अतिरिक्त बेड बढ़ाने की योजना बनाई है।
इस पर सरकार ने काम भी शुरू कर दिया है।
इसके तहत 40 छोटे बडे़ होटल में करीब 4 हजार कोविड बेड बनाएं जाएगे।
इन्हें दिल्ली के निजी अस्पतालों के साथ अटैच किया जाएगा।
वहीं, करीब 80 बैंक्वेट हॉल में 11 हजार कोविड बेड बनाए जाएंगे।
इन्हें दिल्ली के नर्सिंग होम्स के साथ अटैच किया जाएगा।
दिल्ली सरकार ने कुछ होटल में ये व्यवस्था शुरू भी हो गई है।
और निजी अस्पतालों के साथ होटल को अटैच कर मरीजों का इ लाज शुरू कर दिया गया है।
इस संबंध में सभी जिला अधिकारियों को उनके जिलों में जल्द से जल्द काम को पूरा करने के निर्देश दिए गए है।
सरकार ने होटल और बैंक्वेट हॉल में इलाज के लिए दाखिल होने वाले मरीजों के लिए रेट भी तय किए है।
13 से 14 दिन में डबल हो रहे मरीज
दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आकड़ा 39958 पहुंच गया है।
दिल्ली  में कोरोना संक्रमितों का डबलिंग रेट 13 से 14 दिन बताया जा रहा है।
ऐसे में 28 जून तक कोरोना संक्रमितों का आकड़ा डबल होने की आशंका है।
इसके चलते ही दिल्ली सकरार अतिरिक्त बैड के इंतजाम करने के लिए तैयारी कर रही है।
उत्तरी निगम के हिंदू राव अस्पताल में भी होगा कोविड मरीज का इलाज
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बड़ा हिंदू राव अस्पताल में भी कोरोना मरीज का इलाज होगा।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल कोविड मरीज के लिए डेडिकेटेड घोषित कर दिया है।
आदेश के अनुसार अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को कहा गया है
वह कोरोना के प्रोटोकॉल के तहत अस्पताल को तैयार कराएं और
16 जून से केवल कोविड-19 मरीजों को ही इलाज किया जाए।
हिंदू राव अस्पताल 980 बेड का अस्पताल है।
इसमें से 37 वेंटिलेटर और 250 ऑक्सीजन युक्त बैड है।
धनंजय सिंह, राष्ट्रीय जजमेंट, दिल्ली 

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