तमिलनाडु- सरकार ने बदले 1000 से अधिक स्थानों के नाम

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तमिलनाडु सरकार ने राज्य के कई शहरों और गांवों सहित एक हजार से अधिक बस्तियों के नामों के अंग्रेजी संस्करण को बदल दिया है।
अब इन स्थानों के अंग्रेजी नाम भी तमिल वर्तनी और उच्चारण के अनुकूल होंगे।

सरकार के इस फैसले का तमिल से प्रेम करने वालों ने स्वागत किया है ।

लेकिन कोविड-19 महामारी के बीच नाम बदलने पर इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने सवाल भी उठाया है।

सरकारी आदेश के मुताबिक वस्त्र उद्योग के केंद्र के रूप में चर्चित कोयंबटूर अब कोयमपुथ्थुर के नाम से जाना जाएगा।

जबकि वेल्लोर अब वीलूर और दिंडीगुल अब थिंडुक्कल के नाम से जाना जाएगा ।

मीडिया को प्राप्त आदेश एक अप्रैल को जारी किया गया था।

इसके मुताबिक-

जिलाधिकारियों की सलाह पर उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति ने स्थानों के नामों को तमिल भाषा के अनुरूप अंग्रेजी वर्तनी में बदलाव का फैसला किया,

ताकि स्थानीय भाषा का पुट दिख सके।

अधिकारी ने बताया कि-

तमिलनाडु के 1,018 स्थानों के नामों की अंग्रेजी वर्तनी में बदलाव बहुत मुश्किल काम था।

और दो साल की कड़ी मेहनत के बाद इसे पूरा किया गया।

उन्होंने कहा, ‘अंग्रेजी संस्करण वास्तविक तमिल नाम को प्रतिबिंबित नहीं करते थे।’

अधिकारी ने कहा कि अंग्रेज तमिल नामों का उच्चारण नहीं कर पाते थे।

इसलिए उन्होंने अपनी सुविधानुसार इन नामों के अंग्रेजी संस्करण तैयार किए।

उन्होंने कहा, आज भी इन नामों की क्या जरूरत है?

अंग्रेजी में नामों की नयी वर्तनी तमिल में लिखे जाने वाले और उच्चारण किए जाने वाले नामों से मेल खाएगी।

सोशल मीडिया इस्तेमाल करने वाले कई लोगों ने कहा कि-

शहरों के नाम की नयी वर्तनी भ्रम पैदा करेगी लेकिन अन्य ने खासतौर पर तमिल लेखकों ने इस फैसले का स्वागत किया,

और कहा कि इससे वास्तविक तमिल नामों की वापसी होगी।

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने सुझाव दिया कि –

नाम आम लोगों के लिए आसान होने चाहिएं और कहा कि-

नए नाम स्पेलिंग बी प्रतियोगिता के लिए सही है।

कोयंबटूर में यूजर्स ने पुराने नाम को बहाल रखने के लिए ऑनलाइन याचिका शुरू की है।

वहीं कुछ ने ‘कोवई’ नाम रखने का सुझाव दिया है।

तमिल संस्कृति मंत्री के. पंडियाराजन ने कहा कि –

कुछ स्थानों के अंग्रेजी नामों में गलती है और इसे सुधारा जाना चाहिए।

सरकार के मुताबिक –

अब विल्लुपरम का नाम विझुप्पुरम और तिरुवरुवर अब तिरुवरूर होगा।

बंदरगाह शहर तूतिकोरिन अब तमिल नाम थूथ्थूकुडी नाम से जाना जाएगा।

इसी प्रकार पुडुक्कोटाई, धर्मपुरी और अरियालुर को जल्द ही क्रमश: पुथुक्कोटाई, थारमापुरी और अरियालूर लिखा जाएगा।

राजधानी चेन्नई के 94 इलाकों के नामों की अंग्रेजी वर्तनी भी तमिल उच्चारण के अनुकूल की गई है।

पुराने शहर के इलाके एगमोर और सैदापेट को अब क्रमश: इझिम्बुर और सैथापेट्टाई लिखा जाएगा।

गौरतलब है कि तत्कालीन द्रमुक सरकार ने तमिलनाडु की राजधानी का नाम 1996 में बदलकर मद्रास से चेन्नई किया था।
द्रमुक का कहना है कि मद्रास को हमेशा तमिल में चेन्नई कहकर ही पुकारा जाता था।

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