आगरा: घोड़ों की दवा के नाम पर ठगी करने वाले विदेशी नागरिक को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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आगरा। रेंज की साइबर क्राइम टीम ने मंगलवार को धोखाधड़ी करने वाले इंटरनेशनल गिरोह के एक विदेशी नागरिक को पकड़ा गया है।
वह घोड़ों की शक्तिवर्धक दवाओं के नाम पर लोगों से ठगी करता था।

विदेशी नागरिक को

नाइजीरिया के लागोस शहर का रहने वाला सरगना एंड्रयू डेनियल गुरुग्राम के डीएलएफ सिटी में किराए पर रहकर गैंग को चला रहा था।
वह भारत में छात्र वीजा पर आया था। उसकी वीजा की अवधि वर्ष 2015 में खत्म हो चुकी थी।
आईजी ए सतीश गणेश ने कहा कि, आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
  1. आईजी ने बताया कि, आरोपी ने खुद को अमेरिकी नागरिक बताकर पिछले साल हरीपर्वत क्षेत्र के गांधी नगर निवासी अवध नारायण त्रिपाठी को शिकार बनाया था। उन्हें बताया कि वह हॉर्स राइडिंग क्लब में घोड़ों को दी जाने वाली शक्तिवर्धक दवाओं का कारोबार करता है। ये दवाएं मुंबई में कम कीमतों पर मिलती हैं। उन्हें अमेरिका और जर्मनी आदि देशों में बेचने पर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया। सरगना ने अवध नारायण को बताया कि मुंबई में यह दवाएं उसकी कंपनी की प्रतिनिधि फर्म पूजा इंटरप्राइजेज और राजस्थान के पाली में अमृत इंटरप्राइजेज बेचती हैं।
  2. इन फर्म से संपर्क करने पर उन्होंने अवध नारायण को सैंपल दिया। इसके एक सप्ताह बाद एक विदेशी युवक उनसे सैंपल लेकर उसका भुगतान करने के बाद चला गया। उन्हें इससे एक लाख रुपए का मुनाफा हुआ। इसके बाद त्रिपाठी ने घोड़ों की शक्तिवर्धक दवाओं को खरीदने के लिए 30 लाख रुपए सरगना द्वारा दिए गए विभिन्न बैंक खातों में जमा करा दिए। मगर, इसके बाद उन्हें दवाओं की खेप नहीं मिली। सरगना द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर और आईडी पर संपर्क किया तो वह भी बंद थीं।
  3. अवध नारायण त्रिपाठी द्वारा हरीपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज कराने पर आइजी रेंज की साइबर क्राइम टीम ने इसकी जांच शुरू की। टीम ने आरोपित एंड्रयू डेनियल को उसकी गर्लफ्रैंड पैगी मौरिसन की मौजूदगी में गुड़गांव के डीएलएफ सिटी के फ्लैट से को गिरफ्तार किया। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वह छात्र वीजा पर मॉस कॉम का कोर्स करने मुंबई आया था। यहां पर उसका संपर्क साइबर क्राइम करने वालों से हो गया। कुछ समय उनके साथ काम करने के बाद उसने खुद का गिरोह बना लिया। वर्ष 2015 में वीजा की अवधि खत्म होने के बाद वह मुंबई छोड़कर दिल्ली, गुरुग्राम आदि शहरों में रहने लगा। यहां से गिरोह को संचालित करता था।
  4. आईजी ए सतीश ने बताया कि, एंड्रयू के लैपटाप में साइबर क्राइम टीम को उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, बेंगलुरू के लाखों लोगों का डाटा मिला है। इन सभी के मोबाइल पर वह घोड़ों की शक्तिवर्धक दवाओं के कारोबार के नाम पर मैसेज भेजता था। इनमें से कई लोग उसके शिकार हो जाते थे। साइबर क्राइम टीम ने आरोपित से दो पासपोर्ट तथा दो मोबाइल भी बरामद किए है। एक मोबाइल नंबर पर उसने डॉ. एंड्रयू के नाम से मेल आईडी रजिस्टर्ड करा रखी थी। इसके नाम से वह लोगों से ठगी करता था।

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