यूपी विधानसभा में गूंजा वंदे मातरम्, शिवपाल ने कहा- देशभक्ति दबाव नहीं, सीएम योगी ने इसे संकल्प बताया

 

राष्ट्रीय जजमेंट

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में वंदे मातरम् के 150 साल विषय पर हुई चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने वंदे मातरम् को लेकर सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह गीत हमारी ऐतिहासिक चेतना और राष्ट्र की आत्मा है, इसे राजनीतिक हथियार नहीं बनाया जाना चाहिए।
शिवपाल ने कहा कि वंदे मातरम् को जबरन राजनीति में घसीटा जा रहा है। देशभक्ति नारों से नहीं, बल्कि नीयत और कर्म से साबित होती है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या बेरोजगार नौजवान, किसान या आम नागरिक वंदे मातरम् नहीं बोलता? देशभक्ति किसी दबाव से नहीं, दिल से निकलती है।

शिवपाल ने एसआईआर का मुद्दा उठाया
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने यह भी कहा कि वंदे मातरम् संविधान की आत्मा है और इसे विवाद का विषय बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं योगी सरकार पर निशाना साधते हुए शिवपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसान खाद के लिए परेशान हैं, भर्तियों के पेपर लगातार लीक हो रहे हैं, लेकिन सरकार इन गंभीर मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय भावनात्मक मुद्दों को हवा दे रही है।
उन्होंने SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को लेकर भी सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि इसके जरिए विपक्ष के वोट काटे जा रहे हैं। साथ ही तंज कसते हुए कहा कि सरकार नाम बदलने में तो माहिर है, लेकिन जमीनी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही।

राजनीति का सबसे बड़ा शिकार वंदे मातरम् रहा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा में कहा कि कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति का पहला और सबसे बड़ा शिकार वंदे मातरम् रहा है। यह किसी मजहबी मजबूरी का परिणाम था या सत्ता बचाने के लिए राष्ट्र चेतना को गिरवी रखने की साजिश, इस पर देश को विचार करना चाहिए। उन्होंने आह्वान किया कि वंदे मातरम् को केवल अतीत की स्मृति नहीं, बल्कि नए भारत, श्रेष्ठ भारत, आत्मनिर्भर और विकसित भारत के संकल्प के रूप में अपनाया जाए।

डिप्टी सीएम ने सदन में गाया देशभक्ति गीत
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने चर्चा के दौरान विधानसभा में देशभक्ति गीत ‘आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की’ गाया और कहा कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होना गर्व का विषय है। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी आज भी तुष्टीकरण की राजनीति से बाहर नहीं आ पा रही और मुस्लिम तुष्टीकरण के मुद्दे पर उसके मुंह सिल जाते हैं।
वहीं मंत्री संजय निषाद ने कहा कि वंदे मातरम् हमारा राष्ट्र गीत है, जिसने आजादी के समय युवाओं में जोश और बलिदान की भावना भरी। देश के हर नागरिक को इस पर गर्व होना चाहिए। बीजेपी विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें वंदे मातरम् सहित राष्ट्रीय प्रतीकों से कोई लगाव नहीं है।

सपा पर केशव प्रसाद मौर्य का तंज
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि वन्दे मातरम् केवल आजादी के आंदोलन का ही नहीं, बल्कि विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश का भी महामंत्र है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए केशव मौर्य ने कहा कि वो एक गंभीर राष्ट्रीय बीमारी से ग्रस्त हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि आज समाजवादी पार्टी के सदस्य वन्दे मातरम् बोलने लगे हैं और मंदिर भी जाने लगे हैं, जिसे उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की वैचारिक जीत बताया है। मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी ने कहा कि आज सदन के लिए बहुत ऐतिहासिक दिन है क्योंकि वंदे मातरम् पर चर्चा हो रही है जो हमारे देश की आजादी का तराना था। वंदे मातरम् का हमारे देश की आजादी में बहुत बड़ा इतिहास रहा है।

अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र किया
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि 1998 में प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, तब स्कूलों में सरस्वती वंदना और वंदे मातरम् को अनिवार्य करने का आदेश जारी किया गया था, जिससे विवाद बढ़ा। उन्होंने कहा कि जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लखनऊ आए और उन्हें इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने मुख्यमंत्री को बुलाकर आदेश वापस लेने को कहा।

आराधना मिश्रा ने सवाल उठाया कि क्या भाजपा इस घटना पर माफी मांगेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा वंदे मातरम् पर सार्थक चर्चा के बजाए देश की विचारधारा को बांटने और असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इसे राजनीतिक हथियार बना रही है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More