दुबई लिंक वाला साइबर फ्रॉड रैकेट बेनकाब, पुलिस ने 16 करोड़ की साइबर ठगी में 9 को गिरफ्तार किया

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की पश्चिम जिला साइबर सेल ने निवेश के नाम पर बड़ी ठगी करने वाले अंतरराज्यीय संगठित साइबर फ्रॉड सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। ठगी की रकम करीब 16 करोड़ रुपये बताई जा रही है और दुबई तक इसके अंतरराष्ट्रीय लिंक मिले हैं। पुलिस ने 11 मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक सहित कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया है।

पश्चिम जिले के डीसीपी दाराडे शरद भास्कर ने बताया कि 12 सितंबर को नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर एक शिकायत दर्ज हुई। शिकायतकर्ता को सोशल मीडिया पर आकर्षक रिटर्न का लालच देकर निवेश के लिए उकसाया गया और बड़ी रकम ठग ली गई। इसके बाद साइबर वेस्ट थाने में बीएनएस की धारा 318(4)/319/340 के तहत ई-एफआईआर दर्ज की गई और जांच शुरू की गई। जांच में तकनीकी विश्लेषण और मनी ट्रेल की पड़ताल की गई। ठगी का पैसा कई बेनिफिशियरी अकाउंट्स से गुजारा गया। बड़े ट्रांजेक्शन एचडीएफसी और बैंक ऑफ बड़ौदा के अकाउंट्स से जुड़े मिले, जो कर्नाटक के मंगलुरु निवासी शौकत अली के नाम पर थे।

एसीपी विजय सिंह की निगरानी में इंस्पेक्टर विकास कुमार बुलडाक के नेतृत्व में टीम गठित की गई। केरल में छापेमारी कर शौकत अली को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ और तकनीकी जांच से पता चला कि वह दिल्ली, यूपी, आंध्र, कर्नाटक, केरल में सक्रिय सिंडिकेट का हिस्सा था और दुबई से कंट्रोल होता था। इसके बाद तीन टीमों ने विभिन्न राज्यों में एक साथ रेड की और नौ आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों का तरीका था कि मोहम्मद अदनान रजा उर्फ बिल्ला और देवेंद्र पांडे उर्फ शिवम एजेंट्स ढूंढते और उनके नाम पर बैंक अकाउंट खुलवाते। एजेंट्स को रहने की जगह दी जाती और उनके अकाउंट मोबाइल ऐप से रिमोटली ऑपरेट किए जाते। विदेश से मुख्य ऑपरेटर ठगी का पैसा कई अकाउंट्स में घुमाते ताकि जांच भटक जाए।

डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में शौकत अली (42, मंगलुरु), बाबू पाइनाडाथ (38, एर्नाकुलम), एंथोनीज बाबू (58, एर्नाकुलम), देवेंद्र पांडे उर्फ शिवम (22, प्रतापगढ़), दुराव राज मिश्रा (18, प्रतापगढ़), फारूक (30, नई दिल्ली), मोहम्मद अदनान रजा उर्फ बिल्ला (23, संभल), अम्मा गुंटा कविता (34, तिरुपति) और केवी शिव योगी (56, विजयनगरा) शामिल हैं। बेनिफिशियरी अकाउंट्स से 286 एनसीआरपी शिकायतें जुड़ी मिलीं, जिनमें करोड़ों की ठगी हुई। कई ई-एफआईआर और एफआईआर में लाखों की रकम शामिल है। आगे की जांच जारी है।

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