ऑपरेशन साइहॉक-2.0: पुलिस ने साइबर फ्रॉड गैंग के सक्रिय सदस्य को पकड़ा, 17 लाख से ज्यादा की ठगी में म्यूल अकाउंट का इस्तेमाल

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की दरियागंज थाना टीम ने ऑपरेशन “साइहॉक 2.0” के तहत एक संगठित साइबर फ्रॉड गैंग के सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी के बैंक अकाउंट को म्यूल अकाउंट के रूप में इस्तेमाल कर कई विक्टिम्स से ठगी की रकम सिफॉन की गई। NCRP पोर्टल पर दर्ज शिकायतों में इस अकाउंट से जुड़ी कुल 17 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी का खुलासा हुआ।

डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट निधिन वलसन ने बताया कि साइबर क्राइम के खिलाफ अपग्रेडेड डिजिटल सर्विलांस और साइबर एनालिटिक्स इनिशिएटिव साइहॉक 2.0 के तहत NCRP पोर्टल की शिकायतों की स्क्रूटनी की गई। दरियागंज इलाके में एक म्यूल बैंक अकाउंट कई साइबर ठगी के मामलों में इस्तेमाल होता पाया गया। एक विक्टिम ने एक्नॉलेजमेंट पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज की कि निवेश/स्टॉक ट्रेडिंग ऐप के फर्जी प्रतिनिधियों ने उसे 2.57 लाख रुपये की ठगी की। आगे जांच में यही अकाउंट तीन और मामलों में मिला।

आरोपी तक पहुंचने के लिए एसीपी दरियागंज की सुपरविजन में इंस्पेक्टर इच्छा राम, एसआई शक्ति सिंह, हेड कांस्टेबल रितेश और कांस्टेबल विशाल की टीम गठित की गई। टेक्निकल सर्विलांस, लोकल इंटेलिजेंस और लगातार प्रयासों से अकाउंट होल्डर की पहचान जुनैद परवेज, रहने वाला नॉर्थ घोंडा, गढ़ी मेंडू, भजनपुरा, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के रूप में हुई। टीम ने उसे लोकेट कर गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में धारा 112(2)/318(4) BNS दर्ज की गई। पूछताछ में जुनैद ने कबूल किया कि उसके सह-आरोपी हमाद अरीश के कहने पर उसने ठगी की रकम अपने अकाउंट में ली और चेक से निकालकर दी।

डीसीपी निधिन वलसन ने कहा कि म्यूल अकाउंट ट्रांजेक्शंस, चेक विदड्रॉल और NCRP से जुड़ी फ्रॉड एक्टिविटी से संबंधित डिजिटल व फाइनेंशियल एविडेंस सुरक्षित किए गए। आगे जांच में डिजिटल डिवाइस, ट्रांजेक्शन ट्रेल और अन्य साथियों की बरामदगी की उम्मीद है। साइबर अपराधों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की मुहिम जारी है और ऐसे गैंग्स की कमर तोड़ने के लिए लगातार कार्रवाई हो रही है।

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