ऑपरेशन साइहॉक 2.0 में सात हजार से ज्यादा से पूछताछ, 1146 गिरफ्तार,944 करोड़ की ठगी लिंक, 2882 पर एक्शन

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने साइबर क्राइम और ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन साइहॉक 2.0’ चलाया। 10 और 11 दिसंबर को चले इस दो दिवसीय अभियान में 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की टीमों ने दिल्ली सहित कई राज्यों में एक साथ छापेमारी की। इस दौरान 7000 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की गई और 2882 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।

ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (IFSO) राजनीश गुप्ता ने बताया कि यह ऑपरेशन पिछले महीने चले साइहॉक 1.0 का बड़ा और बेहतर वर्जन था। इसमें कानूनी कार्रवाई 200 फीसदी से ज्यादा बढ़ी। कुल 1146 लोग गिरफ्तार या बाउंड डाउन किए गए, जबकि 1736 को नोटिस जारी किए गए। 392 नए FIR दर्ज हुए और 228 पुराने मामलों को जोड़ा गया। सबसे बड़ी कामयाबी यह रही कि 4058 NCRP शिकायतों को लिंक करते हुए 944 करोड़ रुपये की ठगी की रकम को म्यूल अकाउंट्स से जोड़ा गया।

ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य साइबर ठगों के म्यूल बैंक अकाउंट्स, मिडिलमैन और अवैध फाइनेंशियल चैनलों को खत्म करना था। इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) के साथ समन्वय से डेटा एनालिसिस और इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया। छापेमारी दिल्ली के अलावा 10 राज्यों में हुई, जिसमें ओडिशा, महाराष्ट्र और केरल शामिल हैं।

पुलिस ने बड़ी मात्रा में मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और अन्य डिजिटल साक्ष्य बरामद किए। इनका फोरेंसिक एनालिसिस चल रहा है, जिससे आगे की जांच में और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है। इस कार्रवाई से कई साइबर सिंडिकेट की फंडिंग चेन टूट गई है।

दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलछा ने इसे साइबर अपराध पर निर्णायक वार बताया। पुलिस ने जन जागरूकता भी बढ़ाई है और हर थाने में हेल्प डेस्क बनाए हैं। नागरिकों को ‘स्टॉप-थिंक-एक्ट’ का मंत्र अपनाने और 1930 हेल्पलाइन या साइबर पोर्टल पर शिकायत करने की सलाह दी गई है।

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