10 हजार की साइबर ठगी सुलझी: जामा मस्जिद थाना पुलिस ने मेवात तक जाकर ठग को दबोचा

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के जामा मस्जिद थाने ने “साइबरहॉक” ड्राइव के तहत 10 हजार रुपये की ऑनलाइन ठगी का केस सुलझा लिया। हरियाणा के पलवल निवासी 20 साल के सुहैल को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसका साला और साथी अंसार साहिद मेवात से फरार चल रहा है। ठगी की रकम राजस्थान ग्रामीण बैंक के भरतपुर स्थित खाते में ट्रांसफर की गई थी। पुलिस ने अंबाला से लेकर मेवात तक छापेमारी की और आखिरकार आरोपी तक पहुंच गई।

केंद्रीय जिले के डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि 10 नवंबर को एक महिला जामा मस्जिद थाने के इंटीग्रेटेड हेल्प डेस्क पर पहुंची और शिकायत की कि उसके खाते से 10 हजार रुपये किसी अज्ञात ठग ने उड़ा लिए। ठगी के बाद ठग का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। शिकायत को दर्ज कर उसी दिन एफआईआर तहत केस दर्ज हुआ। इंस्पेक्टर मनोज कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। एसएचओ जामा मस्जिद और एसीपी दरियागंज की देखरेख में टीम ने राजस्थान ग्रामीण बैंक से बेनिफिशियरी अकाउंट की पूरी जानकारी, केवाईसी और प्रोफाइल निकाली। ठग के मोबाइल नंबर के एसडीआर, सीएएफ और अन्य तकनीकी डेटा भी खंगाले गए।

डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि18 नवंबर को तकनीकी इनपुट पर अंबाला में छापा मारा गया, लेकिन वह नंबर किसी नए व्यक्ति को अलॉट हो चुका था। इसके बाद ह्यूमन इंटेलिजेंस और लगातार सर्विलांस से पता चला कि ठग मेवात इलाके से काम कर रहा है। “साइबरहॉक” ड्राइव के तहत 19 नवंबर को मेवात क्षेत्र में दूसरा छापा पड़ा। पलवल निवासी सुहैल (20) को पकड़ लिया गया। सख्त पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने अपने साले अंसार साहिद (मेवात) के साथ मिलकर यह ठगी की थी। अंसार अभी फरार है और उसके ठिकानों पर लगातार दबिश जारी है।

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