1.88 लाख का ATM कार्ड फ्रॉड सुलझा: ऑफिस के साथियों ने ही दिया धोखा, तीन ठग 4 दिन में धराए

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के आईपी एस्टेट थाने ने ‘ऑपरेशन साइ हॉक’ के तहत 1.88 लाख रुपये के बड़े ATM कार्ड स्कैनिंग फ्रॉड का पर्दाफाश कर दिया। महज चार दिनों में तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्होंने अपने ही ऑफिस के सहकर्मी का भरोसा तोड़ा था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुनीत कुमार (30) वैशाली गाजियाबाद, हेमराज (37) नांगलोई और तनिष्क भारती (20) निहाल विहार के रूप में हुई हैं। आरोपियों ने पीड़ित के एटीएम कार्ड से 72 हजार रुपये निकाले और 1.16 लाख रुपये के दो महंगे मोबाइल फोन खरीद लिए। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक फोन और 28 हजार रुपये नकद भी बरामद कर लिए।

मध्य जिले के डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि 17 नवंबर को पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसी दिन संबधित धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ। जांच में पता चला कि दोनों फोन तिलक नगर के सरना कम्युनिकेशन से खरीदे गए थे। एसआई मनीष कुमार की अगुवाई में ASI संजीव कुमार और HC रवि कुमार की टीम ने सीसीटीवी फुटेज, ट्रांजेक्शन डिटेल और मैनुअल सर्विलांस का सहारा लिया।

डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि 18 नवंबर को ही सीसीटीवी से पहचाने गए मुख्य आरोपी सुनीत कुमार को पकड़ लिया गया। उसके खुलासे पर हेमराज और 20 साल के तनिष्क भारती को भी धर दबोचा गया। पूछताछ में तीनों ने कबूल किया कि पीड़ित उनके साथ ही ऑफिस में काम करता था और उसका पूरा भरोसा था। वह अक्सर कैश निकालने के लिए अपना ATM कार्ड और पिन उन्हें दे देता था। इसी का फायदा उठाकर आरोपियों ने उसका बैग खंगाला, कार्ड चुराया, स्कैन किया और फ्रॉड कर डाला। तीनों अब जेल में हैं और आगे की जांच जारी है।

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