पटेल नगर में फर्जी इंश्योरेंस कॉल सेंटर का भंडाफोड़: मालिक धराया, 10 लाख कैश और फर्जी पॉलिसी जब्त

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने “ऑपरेशन साइ-हॉक” के तहत पटेल नगर में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर दबिश देकर बड़ा खुलासा किया। गाड़ी इंश्योरेंस रिन्यूअल के नाम पर लोगों को ठगने वाला मास्टरमाइंड खेमचंद (35) मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। कॉल सेंटर में 11 लड़कियां बतौर टेलीकॉलर काम कर रही थीं। पुलिस ने मौके से 10 लाख रुपये नकद, 11 कीपैड मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी लेटर और कई कंपनियों के नकली रबर स्टैंप बरामद किए।

मध्य जिले के डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि 18-19 नवंबर की रात एसआई पंकज कुमार को गुप्त सूचना मिली कि पटेल नगर के टी-6, सेकंड फ्लोर पर फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। तुरंत इंस्पेक्टर मनोज कुमार के नेतृत्व में बड़ी टीम बनाई गई, एसीपी ऑपरेशंस सेंट्रल की देखरेख में छापा मारा गया। एक कमरे में चल रहे कॉल सेंटर से मालिक खेमचंद और 11 लड़कियां पकड़ी गईं।

डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि पूछताछ में खेमचंद ने कबूल किया कि नौकरी नहीं मिली तो उसने यह धंधा शुरू किया। उसने ₹5 प्रति गाड़ी के हिसाब से ऑनलाइन डेटाबेस से मालिकों का नाम, पता, मोबाइल और गाड़ी नंबर खरीदा। लड़कियां फोन करके खुद को इंश्योरेंस कंपनी का प्रतिनिधि बतातीं और रिन्यूअल करवाने का लालच देतीं। पैसे मिलते ही खेमचंद लैपटॉप पर फर्जी पॉलिसी बनाता, नकली स्टैंप लगाकर वॉट्सऐप या कैश ऑन डिलीवरी से भेज देता। लड़कियों को 8 हजार रुपये महीना और 2% इंसेंटिव मिलता था। सभी के मोबाइल खेमचंद अपने पास रखता था और पैसे आते ही तुरंत निकाल लेता था ताकि अकाउंट फ्रीज न हो। पुलिस ने मौके से निकाले गए 10 लाख रुपये जब्त कर लिए। जांच जारी है, यह पता लगाया जा रहा है कि कितने लोगों को ठगा गया और कोई और साथी तो शामिल नहीं है।

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