दिल्ली ब्लास्ट के बाद वेस्ट यूपी की मीट फैक्ट्रियों का कश्मीर कनेक्शन, जांच में जुटीं खुफिया एजेंसियां

राष्ट्रीय जजमेंट 

मेरठ: दिल्ली ब्लास्ट के बाद खुफिया एजेंसियां वेस्ट यूपी की मीट फैक्ट्रियों का भी कश्मीर कनेक्शन तलाश रही हैं। दरअसल, वेस्ट यूपी में मीट फैक्ट्रियों का जाल है। ज्यादातर मीट फैक्ट्रियों में सुरक्षा का जिम्मा कश्मीरी सिक्योरिटी गार्ड संभाल रहे हैं। खुफिया एजेंसियों का मेरठ, सहारनपुर, हापुड़, गाजियाबाद, अमरोहा, बुलंदशहर, बरेली, अलीगढ़ की आदि की मीट फैक्ट्रियों में तैनात कश्मीरी सिक्योरिटी गार्डों की जांच पर फोकस है।

सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में आतंकी हमले में यूपी खासकर वेस्ट यूपी कनेक्शन निकलने के बाद यहां रह रहे कश्मीरियों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। दिल्ली विस्फोट में यूपी के कई डॉक्टरों को पुलिस पकड़ चुकी है। कई हो हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। ऐसे में उनका लिंक वेस्ट यूपी में रह रहे बाकी कश्मीरियों से तो नहीं है, इसका पता लगाने के लिए मीट फैक्ट्रियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
ज्यादातर सिक्योरिटी कंपनियां कश्मीरी
खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि वेस्ट यूपी की ज्यादातर मीट फैक्ट्रियों में कश्मीरी सिक्योरिटी गार्ड हैं। कश्मीर मूल की सिक्योरिटी कंपनियों के जरिए ही इनको मीट फैक्ट्री में नौकरी मिली हैं। सूत्रों के मुताबिक, बरेली, संभल में मीट फैक्ट्रियों में पिछले दिनों पड़ी ईडी और आयकर विभाग की रेड में ये खुलासा हुआ था कि निजी सिक्योरिटी एजेंसियों के जरिए इस्लामिक कट्टरपंथी संगठनों को फंडिंग की जा रही है।

बिना सत्यापन के नौकरी पर रखा
जानकारी मिली है कि बिना पुलिस सत्यापन के ही कश्मीरी गार्ड को मीट फैक्ट्री में रखा हुआ है। ऐसे में जिला स्तर की खुफिया एजेंसी एलआईयू ने भी अपने स्तर से सभी कश्मीरी कर्मियों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है। कश्मीरियों की पहचान, पुराने रिकॉर्ड, आने-जाने की गतिविधि, किन-किन लोगों से मिलना हैं, मोबाइल की कॉल डिटेल आदि की जांच की जा रही है। इन कश्मीरी युवकों के बैंक अकाउंट, डिजिटल पेमेंट और रोजमर्रा के वित्तीय लेन-देन का भी जांच टीम पता कर रही है। यह जांच खुफिया तरीके से की जा रही है।

सहारनपुर बन रहा जांच का केंद्र
दिल्ली ब्लास्ट में सहारनपुर जिले से डॉक्टर आदिल अहमद की गिरफ्तारी के बाद से जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, आईबी, हरियाणा पुलिस, एटीएस और एसटीएफ सक्रिय है। एसटीएफ, आईबी और जम्मू-कश्मीर पुलिस की जांच में जिले के करीब 20 चिकित्सक और मेडिकल छात्र रडार पर हैं। निजी यूनिवर्सिटी और मदरसे में पढ़ने वाले छात्र भी इसमें शामिल हैं। दिल्ली पुलिस ने अल फलाह यूनिवर्सिटी के छात्र सहारनपुर निवासी अहमद रजा से भी पूछताछ कर चुकी है। इस छात्र के पिता किसान हैं। 10 साल से देवबंद-भायला मार्ग पर रह रहा है। छात्र का बड़ा भाई मुजफ्फरनगर में बीएएमएस की पढ़ाई कर रहा है, जबकि छोटा भाई बीएससी का छात्र है। बहन मुजफ्फरनगर के कॉलेज में एलएलएम कर रही है।

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