झूठी लूट, नकली चोट और 1.80 लाख का झांसा… सोनभद्र में ‘नाटकबाज डाकिया’ का ड्रामा बेनकाब

राष्ट्रीय जजमेंट 

सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां डाक विभाग का कर्मचारी वाजिद उर्फ डाकिया खुद को लूट का शिकार बताकर पुलिस और विभाग दोनों को गुमराह करता रहा। हरियाणा के नूह जिले के चितोरा गांव निवासी वाजिद ने गुरुवार को थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि मरकरी पुल के पास दो अपाचे सवार बदमाशों ने उसका बैग छीन लिया। उसके मुताबिक, बैग में 1 लाख 80 हजार रुपये थे और बदमाशों ने उसे धक्का देकर घायल कर दिया। चोट के निशान और रोते हुए बयान देखकर पुलिस भी शुरुआत में उसके साथ सहानुभूति रखती नजर आई।

डाक विभाग ने खोल दी पूरी पोल
जांच के बीच ही अगले दिन डाक विभाग की रिपोर्ट ने मामला पलट दिया। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि वाजिद जिस रकम के लूटे जाने का दावा कर रहा है, वही 1,69,387 रुपये पहले से उसके गबन में थे। लूट की पूरी कहानी उसके द्वारा किए गए गबन को छिपाने का एक नाटक था। विभाग उसे पहले से ही खोज रहा था।

पुलिस की सतर्कता से टूटा झूठ का किला
एसपी अभिषेक वर्मा के निर्देश पर एएसपी अनिल कुमार और सीओ रणधीर मिश्रा की निगरानी में रॉबर्ट्सगंज पुलिस ने 24 घंटे के भीतर मामले का सच सामने ला दिया। कठोर पूछताछ में वाजिद टूट गया और उसने कबूल कर लिया कि लूट की घटना पूरी तरह मनगढ़ंत थी। पुलिस के सामने उसने साफ कहा, “साहब, पैसा मैंने ही लिया था… कहानी भी मैंने ही बनाई।”

‘नाटकबाज डाकिया’ अब सलाखों के पीछे
आज सुबह पुलिस ने आरोपी वाजिद पुत्र मोहम्मद अली को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जिस डाकिया पर लोगों का भरोसा था, वही भरोसा तोड़कर अब जेल पहुंच चुका है।

चुर्क पुलिस की सतर्कता से बची साख
चौकी प्रभारी चुर्क विनोद कुमार यादव और कांस्टेबल रामसिंह यादव ने देर रात तक छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार किया। एसपी ने दोनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे सतर्क और ईमानदार पुलिसकर्मी ही अपराधियों की योजनाओं को नाकाम कर जनता का भरोसा कायम रखते हैं।

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