हौज काजी थाना पुलिस ने अंतरराज्यीय चोरी का मॉड्यूल तोड़ा, दो शातिर बदमाश गिरफ्तार; दो देसी कट्टा, 10 कारतूस बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के सेंट्रल जिले की हौज काजी थाना टीम ने अंतरराज्यीय चोरी के एक बड़े मॉड्यूल को ध्वस्त कर दिया। दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो देसी कट्टा, 10 जिंदा कारतूस, घर तोड़ने के औजार और अन्य सामान बरामद किया गया। आरोपी डोंगल के जरिए व्हाट्सऐप कॉलिंग करते थे ताकि लोकेशन ट्रैकिंग से बच सकें।

सेंट्रल जिले के डीसीपी निधिन वल्सन ने बताया कि 26 अक्टूबर को जीनत महल निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत की कि वह 23 अक्टूबर को परिवार के साथ जाफराबाद में कजिन की शादी में गया था। लौटने पर घर का ताला टूटा मिला और सोना-चांदी-हीरे की ज्वेलरी, घड़ी व 2.5 लाख रुपये नकदी चोरी हो गई। हौज काजी थाने में एफआईआर दर्ज की गई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ हौज काजी इंस्पेक्टर अमरेन्द्र कुमार सुमन के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। एसीपी कमला मार्केट के पर्यवेक्षण में टीम ने 150 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। फुटेज से एक आरोपी हरे कैप और काले मास्क में दिखा, लेकिन चेहरे की पहचान नहीं हुई। बैकवर्ड ट्रैकिंग से एक साथी का भी पता चला। चांदनी चौक में बिना मास्क के चेहरा कैद हुआ, लेकिन मुखबिरों से पहचान न हुई। फॉरवर्ड ट्रैकिंग से ट्रांस-यमुना इलाके का सुराग मिला। फेशियल रिकग्निशन सिस्टम से लीड्स मिले, लेकिन वे फर्जी निकले।

मानव सूत्रों से ‘मियां जी’ का नाम सामने आया। 30 से ज्यादा मोबाइल नंबरों की तकनीकी जांच से मुख्य आरोपी अकरम उर्फ मुल्ला उर्फ गोविंदा की पहचान हुई। 13 नवंबर को खजूरी खास से उसे दबोचा गया। उसके पास दो देसी कट्टा, 10 कारतूस, स्क्रूड्राइवर, कटर, स्टील आरी, ब्लैक टॉर्च, बैग, कैप, मास्क, जूते व कपड़े बरामद हुए। हथियारों के मामले में खजूरी खास थाने में अलग एफआईआर दर्ज की गई। पूछताछ में मास्टरमाइंड रिजवान उर्फ मियां का नाम लिया। तकनीकी जांच से रिजवान का डोंगल नंबर मिला, जो सिम के बिना व्हाट्सऐप के लिए इस्तेमाल होता था। सर्विलांस से अमरोहा (यूपी) की लोकेशन मिली। 16 नवंबर को अमरोहा में रेड मारी गई और रिजवान को वेश बदलकर रहते पकड़ा गया।

डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार अकरम उर्फ मुल्ला उर्फ गोविंदा (56) खजूरी खास दिल्ली का रहने वाला बिजनौर (यूपी) मूल का है। रिजवान उर्फ मियां (62) रामपुर (यूपी) का है, मोरादाबाद/भोजपुर मूल। दोनों दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड व महाराष्ट्र में सक्रिय हैं। रिजवान पर 27 पुराने मामले हैं, जिसमें हत्या, डकैती, हथियार व गुंडा एक्ट शामिल है। अकरम पर भी 5 मामले हैं। आरोपी पहचान बदलते रहते हैं और एक साथी को एक ही बार इस्तेमाल करते हैं। जांच जारी है, चोरी का माल बरामद करने व अन्य साथियों की तलाश की जा रही हैं।

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