मेवात से मायापुरी कबाड़ बाजार तक पहुंचा चोरी का माल, अंतरराज्यीय वाहन चोरी रैकेट ध्वस्त, तीन गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (सेंट्रल रेंज) ने अंतरराज्यीय वाहन चोरी और डिस्मैंटलिंग के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। खुफिया सूचना के आधार पर चलाए गए दो अलग-अलग ऑपरेशन में तीन शातिर आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने एक पूरी तरह डिस्मैंटल किया हुआ ईचर ट्रक, दो और चोरी के ट्रक व दो कारों के पुर्जे बरामद किए हैं। गिरोह मेवात के चोरों से चोरी के वाहन लेकर दिल्ली के मायापुरी और पंजाब के खनौरी में कबाड़ बाजार में बेचता था।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी विक्रम सिंह ने बताया कि 10 अक्टूबर को सुबह कांज्हावला में इंडेन गैस गोदाम के पास ट्रैप लगाकर जैसप्रीत सिंह उर्फ मन्नी (30) और परमिंदर सिंह उर्फ लालू (29) को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से चोरी का ईचर ट्रक पूरी तरह डिस्मैंटल हालत में मिला, जिसे दूसरे ट्रक में लादकर मायापुरी ले जाया जा रहा था। यह ट्रक नरेला थाने से 9 अक्टूबर को चोरी हुआ था। पूछताछ में दोनों ने सरगना गुरप्रीत सिंह (48) का नाम उगला।

27 अक्टूबर को मोती नगर में छापेमारी कर गुरप्रीत सिंह को दबोचा गया। गुरप्रीत ने कबूल किया कि वह मायापुरी में कबाड़ का कारोबार करता है और चोरी के वाहनों को डिस्मैंटल कर पुर्जे अलग-अलग बेचता है। उसके पास से दो और चोरी के ट्रकों के मूल दस्तावेज, एक मारुति ईको कार का चेसिस और ओखला से चोरी हुई सीएनजी कार की मूल प्लेट बरामद हुई।

पुलिस के अनुसार गिरोह का तरीका बेहद शातिराना था। मेवात (नूह) के चोर वाहन चुराकर कांज्हावला, बजघेड़ा, बिजवासन, नोएडा और पंजाब के खनौरी में छिपाते थे। फिर गुरप्रीत, मन्नी और लालू उन्हें तेजी से डिस्मैंटल कर मायापुरी व खनौरी के कबाड़ बाजार में पुर्जे बेच देते थे। इससे वाहनों का पता लगाना मुश्किल हो जाता था। गुरप्रीत पर 2025 में ही यमुनानग और हिमाचल प्रदेश में भी इसी तरह के मामले दर्ज हैं। पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से दिल्ली-एनसीआर के कई अनट्रेस्ड वाहन चोरी के मामले सुलझ गए हैं। गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है।

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