डेटिंग ऐप से फॉरेक्स ट्रेडिंग जाल में फसाकर डॉक्टर से ठगे 4.44 करोड़, फरीदाबाद पुलिस ने 4 ठगों को दबोचा

फरीदाबाद : फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर एक डॉक्टर को 4.44 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले इंटरस्टेट साइबर फ्रॉड गैंग का पर्दाफाश हो गया है। साइबर थाना NIT की टीम ने दो खाताधारकों सहित चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी बिहार, गुजरात, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से जुड़े हुए थे। गिरफ्तारियां फरीदाबाद, बरेली और हल्द्वानी में की गईं। कोर्ट ने आरोपियों का पुलिस रिमांड दे दिया है।

पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि 24 अक्टूबर को सेक्टर-9 के एक डॉक्टर ने साइबर थाना NIT में शिकायत दर्ज कराई। डॉक्टर ने बताया कि एक डेटिंग वेबसाइट पर एक लड़की से चैट हुई, जो व्हाट्सएप कॉल पर भी जारी रही। लड़की ने दावा किया कि वह और उसका भाई फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। ठगों ने पीड़ित के लिए एक फर्जी वेबसाइट पर अकाउंट बनवाया। अप्रैल से जून 2025 के बीच डॉक्टर ने विभिन्न ट्रांजेक्शन से कुल 4,43,68,974 रुपये निवेश कर दिए। लेकिन जब पैसे निकालने की कोशिश की, तो वेबसाइट ने काम करना बंद कर दिया। शिकायत पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू हुई।

साइबर थाना NIT की टीम ने मनी ट्रेल और तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों का पता लगाया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि हिमांशु और आरिफ की ऑनलाइन ग्रुप से जान-पहचान हुई। आरिफ ने हिमांशु से खाता मांगा। हिमांशु ने सुशील को नैनीताल ले जाकर उसकी फर्म ‘एसके इंटरप्राइजेज’ का खाता खुलवाया और आरिफ को सौंप दिया। सुशील और हिमांशु की भी ऑनलाइन मुलाकात हुई थी। सुशील के खाते में ठगी के 1.57 करोड़ रुपये आए। अयाज की फर्म ‘एजेड ट्रेडर्स’ का खाता आरिफ ने खुलवाया, जिसमें 8.30 लाख रुपये जमा हुए।

गिरफ्तार आरोपियों में सुशील वासी गांव चांदपरसा जिला शिवहर बिहार हाल रॉयल रेजिडेंसी सूरत गुजरात है जो अपने पिता के साथ लेबर कॉन्ट्रेक्टर का काम करता है और उसकी फर्म एसके इंटरप्राइजेज के नाम से है; हिमांशु वासी गांव बढ़ेड़ी मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश है जो बीए द्वितीय वर्ष का छात्र है; मोहम्मद अयाज (22) वासी जिला नैनीताल उत्तराखंड है जो 12वीं पास ड्राइवर है और उसकी फर्म एजेड ट्रेडर्स है; तथा मोहम्मद आरिफ उर्फ आरिश (23) वासी जिला नैनीताल उत्तराखंड है जो आईटीआई पास है। सुशील को फरीदाबाद, हिमांशु को बरेली तथा अयाज व आरिफ को हल्द्वानी से गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। सुशील को 7 दिन, हिमांशु को 5 दिन, जबकि आरिफ और अयाज को 3-3 दिन का पुलिस रिमांड मिला। साइबर थाना NIT की टीम अब गैंग के मास्टरमाइंड और अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।

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