फर्जी आदेश से महिला ने खुद को बताया कलेक्टर, चैंबर में बैठी, शक होने पर गिरफ्तार

राष्ट्रीय जजमेंट

कामारेड्डी (तेलंगाना) : बार-बार परीक्षा में असफल होने से निराश महिला अपने पिता को खुश करने के लिए फर्जी आदेश के जरिए कलेक्टर बन गई. वहीं खुलासा होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.यह घटना मंगलवार, 4 नवंबर को सामने आई. अधिकारियों के अनुसार, कामारेड्डी के कलेक्टर आशीष सांगवान इस महीने की 2 तारीख से छुट्टी पर हैं. इस वजह से निजामाबाद कलेक्टर को प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है.सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को हैदराबाद के जीडीमेटला की इसरत जहां नामक महिला अपने परिवार के सदस्यों के साथ एपी 26एवाई 5511 पंजीकरण संख्या वाली कार में कामारेड्डी कलेक्ट्रेट पहुंची. उस समय प्रभारी कलेक्टर बांसवाड़ा डिवीजन के दौरे पर गए हुए थे.महिला पहुंचने के साथ ही सीधे कलेक्टर के कक्ष में गई और खुद को सर्वेक्षण, बंदोबस्त और भूमि अभिलेख विभाग में आयुक्त के रूप में कार्यरत आईएएस अधिकारी बताया. इतना ही नहीं कलेक्टर के कक्ष के अंदर महिला ने एक कथित आदेश दिखाया, जिसमें उन्हें 4 तारीख से आशीष सांगवान के स्थान पर प्रभारी कलेक्टर नियुक्त किया गया था.इस पर स्थानीय अधिकारियों ने आदेश अपर कलेक्टर मधु मोहन को भेजा, जिन्होंने उसे पुष्टि के लिए शासन प्रशासन विभाग को भेज दिया. इसके बाद तब तक चैंबर में बैठी महिला तुरंत अपनी कार में बैठकर चली गई. दूसरी तरफ अतिरिक्त कलेक्टर को महिला पर संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई. देवुनिपल्ली के उपनिरीक्षक भुवनेश्वर राव के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने महिला को तूप्रान से गिरफ्तार कर लिया. मामले में संबंधित धाराओं के तहत मामला भी दर्ज कर लिया गया है.एसआई राव ने बताया कि आरोपी 2020 से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी, लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली. जांच में पता चला कि बार-बार असफल होने से निराश पिता को खुश करने के लिए उसने फर्जी नियुक्ति का नाटक रचा था.

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