सीएम ऑफिस की लेटरहेड से मरीजों की जेब काट रहा था माली, 5 हजार में बेचता था ‘फ्री इलाज’ का सपना; दिल्ली पुलिस ने दबोचा

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की सिविल लाइंस थाना टीम ने मुख्यमंत्री कार्यालय की आधिकारिक लेटरहेड पर फर्जी चिट्ठियां बनाकर गरीब मरीजों से 5 हजार रुपये ठगने वाले 27 वर्षीय सोनू उर्फ बलबीर सिंह राठी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी एमसीडी करोल बाग जोन में ठेके पर माली का काम करता था और प्राइवेट अस्पतालों के बाहर घूमकर EWS कोटे में मुफ्त इलाज का लालच देकर लोगों को चूना लगाता था। पुलिस ने उसके पास से असली चिट्ठी, कई फर्जी लेटरहेड, फेक MCD व हरियाणा सरकार की आईडी और फर्जी नंबर प्लेट वाली बाइक बरामद की है।

उत्तर दिल्ली के डीसीपी राजा बांठिया ने बताया कि 28 अक्टूबर को महाराजा अग्रसेन अस्पताल (पंजाबी बाग) से सीएम ऑफिस के OSD एस.सी. वशिष्ठ को एक संदिग्ध मेल मिला। अस्पताल ने मरीज श्याम शंकर के नाम पर आई चिट्ठी की प्रामाणिकता की पुष्टि मांगी थी। चिट्ठी में अनिल अग्रवाल (ऑफिसर-इन-चार्ज, सीएम ऑफिस) के कथित हस्ताक्षर थे, लेकिन स्पेलिंग गलतियां, फॉन्ट साइज में अंतर और अलाइनमेंट खराब होने से अस्पताल को शक हुआ। इसके बाद एक फोन भी आया जिसमें कॉलर ने खुद को बलबीर सिंह राठी बताकर इलाज शुरू करने का दबाव डाला। OSD की शिकायत पर सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। धारा 318(2)/336(2)/340(2)/3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज हुआ। बाद में आरोपी के कबूलनामे पर 319(2) बीएनएस भी जोड़ी गई।

एसीपी विकास मीणा के निर्देश में इंस्पेक्टर हनुमंत सिंह की अगुवाई में विशेष टीम गठित की गई। टीम में इंस्पेक्टर जीतेंद्र राणा, SI नितिन और कांस्टेबल विनय सहरावत शामिल थे। जांच में मरीज श्याम शंकर से पूछताछ की गई तो उसकी पत्नी अंजू ने बताया कि चिट्ठी सोनू नाम के शख्स ने दी थी। संदिग्ध नंबर का CDR निकाला गया तो नाम सोनू और पता झज्जर (हरियाणा) का निकला।

तकनीकी निगरानी से लोकेशन करोल बाग एमसीडी ऑफिस के आसपास मिली। 29 अक्टूबर को पुलिस ने करोल बाग जोन ऑफिस पर छापा मारा। सोनू पुलिस को देखते ही बैग और बाइक छोड़कर फरार हो गया। बैग से फर्जी एमसीडी आईडी और कई फर्जी सीएम चिट्ठियां बरामद हुईं। 30 अक्टूबर को तकनीकी सर्विलांस और गुप्त सूचना के आधार पर तगड़े गार्डन (डबल स्टोरी) में घेराबंदी की गई। सोनू को A-ब्लॉक से दबोच लिया गया। उसके फोन में दो और सक्रिय नंबर मिले।

पूछताछ में सोनू ने कबूल किया कि उसने कुछ महीने पहले एमसीडी के डाक में पड़ी एक असली सीएम चिट्ठी चुराई थी। उसे स्कैन कर फोटोशॉप में लेटरहेड तैयार किया और गूगल ट्रांसलेट से मरीजों के नाम भरे। प्राइवेट अस्पतालों के बाहर मरीजों को 5 हजार रुपये में चिट्ठी देता और फोन पर बलबीर सिंह राठी बनकर दबाव डालता था। फरारी के लिए बाइक पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई थी। पुलिस ने घटनास्थल से एक मोबाइल (दो सिम), असली सीएम लेटरहेड, कई जाली पत्र, फर्जी एमसीडी व हरियाणा सरकार आई-कार्ड और फर्जी नंबर प्लेट बाइक बरामद हुई हैं।

डीसीपी राजा बांठिया ने बताया कि सोनू मूल रूप से झज्जर के बादली गांव का रहने वाला है। 1999 में पिता की मौत के बाद पढ़ाई छोड़ दी। बहादुरगढ़ नगर पालिका में 5 साल माली-चौकीदार रहा। 2023 में दिल्ली आया और ठेके पर MCD में लगा। शादीशुदा है, एक बेटा है। किराए के मकान में रहता था। जांच में कई और पीड़ितों के नाम सामने आ रहे हैं। मामले की गहन जांच जारी है।

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