दिवाली की चकाचौंध में सोने की अंगूठी उड़ा ले गई चोरनी, दिल्ली पुलिस ने इटावा से धर दबोचा

नई दिल्ली: त्योहारों की चमक में चोरों की चालाकी! लक्ष्मी नगर के व्यस्त बाजार में दिवाली की खरीदारी के बीच एक महिला ने जौहरी की आंखों में धूल झोंककर 5.4 ग्राम की सोने की अंगूठी पार कर दी। सीसीटीवी में कैद यह वारदात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। लेकिन दिल्ली पुलिस की एएटीएस और लक्ष्मी नगर थाना टीम ने 9 दिन के अंदर ही चोरनी को यूपी के इटावा से धर दबोचा। आरोपी महिला की पहचान कानपुर निवासी पूनम यादव (34) के रूप में हुई हैं। उसके खिलाफ दिल्ली-एनसीआर में पहले से 6 चोरी के मामले दर्ज हैं।

पूर्वी जिले के डीसीपी अभिषेक धानिया ने बताया कि दिवाली की शाम लक्ष्मी नगर मार्केट में ग्राहकों की भीड़ थी। तीन महिलाएं जेवर महल ज्वैलरी शॉप में घुसीं। एक ने दुकानदार को उलझाया, दूसरी ने ट्रायल के बहाने अंगूठी पहनी और तीसरी ने मौका देखकर उसे जेब में खिसका लिया। दुकानदार की नजर पड़ी तो तीनों फरार। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। शिकायत पर ई-एफआईआर दर्ज हुई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑप्स संजय सिंह और एसीपी प्रीत विहार अशोक कुमार के मार्गदर्शन में दो टीमें गठित की गईं। टीम ने सीसीटीवी फुटेज का मिनट-दर-मिनट एनालिसिस किया। संदिग्ध महिलाओं की तस्वीरें वायरल हुईं तो ह्यूमन इंटेलिजेंस से पता चला कि गैंग कानपुर का है। 28 अक्टूबर को स्पेशल इत्तिला पर यूपी के इटावा जिले के गांव चकवा खुर्द में दबिश दी गई। वहां से पूनम यादव को दबोचकर दिल्ली लाया गया।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में पूनम ने कबूल किया कि वह तलाकशुदा है और 16 साल के बेटे की परवरिश के लिए चोरी करती है। बेरोजगार पूनम त्योहारों में भीड़ का फायदा उठाकर छोटे लेकिन कीमती गहने चुराती थी। चांदनी चौक और गुड़गांव में भी उसने ऐसे ही वार किए। चोरी का माल कानपुर के लोकल मार्केट में बेचकर तुरंत नकदी बनाती थी। पुलिस को शक है कि उसके साथी अभी फरार हैं। पूनम को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 3 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिली। चोरी की अंगूठी बरामदगी, साथियों की गिरफ्तारी और पुराने 6 केसों की कड़ी जोड़ने की कार्रवाई जारी है।

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