दिल्ली पुलिस ने रावण दहन से पहले किया नशा दहन, करोड़ो की ड्रग्स को किया नष्ट, 2027 तक नशामुक्त दिल्ली का संकल्प

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने नशे के खिलाफ अपनी जंग को नया आयाम देते हुए सोमवार को ‘मेगा ड्रग डिस्ट्रक्शन इवेंट’ का आयोजन किया। इस मौके पर पिछले 50 साल (1974-2025) में जब्त किए गए 1,847 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट कर एक मजबूत संदेश दिया गया। इस आयोजन में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और पुलिस आयुक्त सतीश गोलछा की मौजूदगी ने इस मुहिम को और बल प्रदान किया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन ड्रग्स की कीमत करीब 35 करोड़ रुपये आंकी गई है।

दिल्ली पुलिस का यह कदम ‘नशामुक्त दिल्ली 2027’ के मिशन और ‘नशामुक्त भारत अभियान’ का हिस्सा है। उपराज्यपाल सक्सेना ने इस अवसर पर कहा, “नशा समाज का रावण है, और इसे जड़ से खत्म करने के लिए दिल्ली पुलिस की यह मुहिम सराहनीय है। 2027 तक दिल्ली को नशे से मुक्त करना हमारा संकल्प है।” आयुक्त सतीश गोलछा ने भी जोर देकर कहा कि ड्रग तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए दिल्ली पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

50 साल का नशा, एक दिन में खत्म  

बायोटिक वेस्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, जीटी करनाल रोड पर आयोजित इस इवेंट में क्राइम ब्रांच, साउथ-ईस्ट, नॉर्थ-वेस्ट और वेस्ट डिस्ट्रिक्ट द्वारा जब्त किए गए नशीले पदार्थ नष्ट किए गए। इनमें 1,729.687 किलो गांजा, 92.70 किलो चरस, 3.726 किलो हेरोइन, 189 ग्राम कोकीन, 215.640 ग्राम एम्फेटामाइन और 20.50 किलो ट्रामाडोल व अल्प्राजोलम टैबलेट शामिल थे। पिछले तीन सालों में दिल्ली पुलिस ने 27,848 किलो से ज्यादा ड्रग्स नष्ट किए, जिनकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 13,796 करोड़ रुपये है।

2025 में तस्करों पर सख्ती 

इस साल (15 सितंबर तक) दिल्ली पुलिस ने NDPS एक्ट के तहत 1,674 मामले दर्ज किए और 2,163 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया। 21.5 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई, जबकि 5 करोड़ की संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया में है। चार तस्करों के खिलाफ PITNDPS एक्ट के तहत डिटेंशन ऑर्डर जारी हुए, और 32 अन्य के खिलाफ प्रस्ताव प्रक्रियाधीन हैं

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