OLX पर फर्जी दस्तावेजों से बेचते थे चोरी के वाहन, पुलिस ने गिरोह का किया भंडाफोड़, दो गिरफ्तार, तीसरे की तलाश

नई दिल्ली: दिल्ली के निहाल विहार थाना पुलिस ने एक बड़े ऑटो चोर गिरोह का पर्दाफाश कर दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह चोरी के वाहनों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म OLX पर बेचने के लिए हाई-टेक तकनीकों का इस्तेमाल करता था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान लाखविंदर सिंह (23) और अयूब खान (40) के रूप में हुई है, जो दोनों निहाल विहार के निवासी हैं। अयूब खान का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से ही 30 से अधिक मामलों में दर्ज है।

आउटर डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी सचिन शर्मा ने बताया कि बीती 30 अगस्त को एक शिकायत मिली थी, जिसमें एक स्कूटी चोरी की घटना की जानकारी दी गई थी। इस मामले को ई-एफआईआर के तहत दर्ज किया गया। जांच के दौरान, एक पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसने OLX पर स्कूटी खरीदने के लिए 28,000 रुपये का भुगतान किया, लेकिन उसे धोखा दिया गया। उसने बताया कि उसने OLX पर एक स्कूटी का विज्ञापन देखा और संपर्क करने पर दो लोग, लाखविंदर सिंह और अयूब खान, स्कूटी लेकर पूर्वी उत्तम नगर टर्मिनल पर मिले। उन्होंने फर्जी दस्तावेज दिखाकर सौदा पक्का किया और UPI के जरिए पैसे लेने के बाद फरार हो गए।

निहाल विहार थाने की एक विशेष टीम ने जांच शुरू की। UPI ID और मोबाइल नंबर की तकनीकी निगरानी से पुलिस ने लाखविंदर सिंह को पकड़ा, जिसने अपने साथी अयूब खान का नाम उजागर किया। दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन, 5,500 रुपये नकद, एक चोरी की स्कूटी और एक अन्य चोरी के मामले से जुड़ी मोटरसाइकिल बरामद की।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे अपने एक साथी से चोरी के वाहन 5,000 रुपये में खरीदते थे। इसके बाद, वे रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और आधार कार्ड पर अपनी फोटो लगाकर फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे। इन दस्तावेजों के साथ वे वाहनों को OLX पर बेचते थे। सौदा पूरा होने के बाद, वे सिम कार्ड नष्ट कर देते थे ताकि पुलिस उनकी लोकेशन तक न पहुंच सके। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके तीसरे साथी की तलाश जारी है। इस गिरोह के पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए जांच तेज कर दी गई है। इस ऑपरेशन से दो चोरी के मामले सुलझाए गए हैं।

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