जलेबी चौक पर पुलिस का जाल, 2 कुख्यात बदमाश धराए, 11 मामलों का खुलासा

नई दिल्ली: दिल्ली के आउटर डिस्ट्रिक्ट में अपराध पर नकेल कसने के लिए सक्रिय पुलिस ने एक बार फिर अपनी मुस्तैदी दिखाई है। एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (एएटीएस) ने दो कुख्यात बदमाशों, आरिफ उर्फ समीर और अर्जुन उर्फ विकास, को गिरफ्तार किया है, जो ऑटो चोरी और स्नैचिंग की वारदातों में लिप्त थे। इनके पास से 5 चोरी की मोटरसाइकिलें और 4 लूटे गए मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई के साथ पुलिस ने दिल्ली और आसपास के इलाकों में दर्ज 11 आपराधिक मामलों को सुलझाने का दावा किया है।

आउटर डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी सचिन शर्मा के निर्देश पर एएटीएस को स्थानीय सूत्रों का नेटवर्क मजबूत करने और ऑटो चोरी व स्नैचिंग जैसे अपराधों पर लगाम लगाने के लिए सक्रिय किया गया था। इसके तहत इंस्पेक्टर राजपाल की अगुआई में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें हेड कांस्टेबल मंजीत, हेड कांस्टेबल कृष्ण, कांस्टेबल आर्यदीप और कांस्टेबल प्रकाश शामिल थे। इस टीम को ऑपरेशंस के एसीपी जय प्रकाश की निगरानी में काम सौंपा गया।

आउटर डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी सचिन शर्मा ने बताया कि 23 सितंबर को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि सुल्तानपुरी के जलेबी चौक के पास कुछ सक्रिय ऑटो चोर घूम रहे हैं। इस जानकारी पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जलेबी चौक पर जाल बिछाया। वहां दो संदिग्धों को एक मोटरसाइकिल पर आते देखा गया। जैसे ही संदिग्धों ने पुलिस को देखा, उन्होंने भागने की कोशिश की, लेकिन सतर्क पुलिस टीम ने उन्हें तुरंत दबोच लिया।

पकड़े गए दोनों बदमाशों की पहचान सुल्तानपुरी निवासी आरिफ उर्फ समीर (26 वर्ष) और मंगोलपुरी निवासी अर्जुन उर्फ विकास (24 वर्ष) के रूप में हुई। जिपनेट सिस्टम के जरिए जांच करने पर पता चला कि जिस मोटरसाइकिल पर वे सवार थे, वह साउथ रोहिणी पुलिस स्टेशन में दर्ज एक चोरी के मामले से संबंधित थी।

पुलिस की गहन पूछताछ के दौरान दोनों बदमाशों ने ऑटो चोरी, लूट और स्नैचिंग की कई वारदातों में अपनी संलिप्तता कबूल की। उनके बताए स्थानों पर छापेमारी कर पुलिस ने 4 और चोरी की मोटरसाइकिलें और 4 लूटे गए मोबाइल फोन बरामद किए। बरामद मोटरसाइकिलें और मोबाइल फोन चोरी दर्ज मामलों से जुड़े पाए गए।

जनकपुरी में स्नैचिंग का खुलासा

दोनों बदमाशों ने बताया कि उन्होंने पिछले 3-4 महीनों में जनकपुरी इलाके में दो मोबाइल फोन छीने थे और उन्हें मंगोलपुरी में एक अज्ञात मजदूर को 2,000 रुपये प्रति फोन की कीमत पर बेच दिया था। इस संबंध में जनकपुरी पुलिस स्टेशन में दो मामले दर्ज हैं। पुलिस अब इन मोबाइल फोन को खरीदने वाले व्यक्ति की तलाश कर रही है।

डीसीपी ने बताया कि आरिफ उर्फ समीर मंगोलपुरी पुलिस स्टेशन का घोषित बैड कैरेक्टर है। वह चोरी, स्नैचिंग और आर्म्स एक्ट के 28 मामलों में पहले से शामिल रहा है। अर्जुन उर्फ विकास ऑटो चोरी, स्नैचिंग और चोरी के 20 मामलों में शामिल रहा है। सभी बरामद सामान को केस प्रॉपर्टी के रूप में जब्त कर लिया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस अन्य संभावित आपराधिक कड़ियों और सहयोगियों की तलाश में जुटी है।

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