दस घंटे में डकैती का पर्दाफाश, 4 बदमाश धराए, नाबालिग समेत गिरोह का खुलासा

नई दिल्ली: दिल्ली के निहाल विहार इलाके में हुई सनसनीखेज डकैती की वारदात को पुलिस ने मात्र 10 घंटे में सुलझा लिया। निहाल विहार पुलिस स्टेशन की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग सहित चार बदमाशों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में चोरी का मोबाइल फोन, एक बटन वाला चाकू और दो चोरी की स्कूटी बरामद की गईं। पुलिस ने इस मामले में चार अलग-अलग आपराधिक मामलों को सुलझाने का दावा किया है।

आउटर डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी सचिन शर्मा ने बताया कि 22 सितंबर की सुबह करीब 4 बजे, रोहित कुमार नाम का एक व्यक्ति तीन मूर्ति मार्ग से काम खत्म कर अपने घर लौट रहा था। निहाल विहार के बिस्किट फैक्ट्री चौक से भूतों वाली गली की ओर जाते समय उसकी मोटरसाइकिल की चेन निकल गई। जब वह अपनी बाइक को धक्का देकर ले जा रहा था, तभी दो स्कूटी पर सवार कुछ बदमाशों ने उसका रास्ता रोका। एक बदमाश ने चाकू निकालकर रोहित को डराया और उसका मोबाइल फोन, 800 रुपये नकद और दस्तावेजों से भरा पर्स लूट लिया। इसके बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। रोहित की शिकायत पर निहाल विहार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई और तुरंत जांच शुरू की गई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए निहाल विहार पुलिस स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर शिश पाल की अगुआई में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम में सब-इंस्पेक्टर तरुण खत्री, हेड कांस्टेबल देवेंद्र, हेड कांस्टेबल धर्मपाल और कांस्टेबल विपिन शामिल थे। पश्चिम विहार के एसीपी पाटिल स्वागत राजकुमार की निगरानी में इस टीम ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।

पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की। इन फुटेज में छह संदिग्धों की पहचान हुई। साथ ही, पुलिस ने अपने गुप्त सूत्रों को सक्रिय किया। 23 सितंबर को एक सूत्र से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस ने जलेबी चौक, इंदिरा पार्क के पास छापेमारी की। वहां एक संदिग्ध को देखते ही पुलिस ने उसे दबोच लिया, हालांकि उसने भागने की कोशिश की थी।

नाबालिग ने खोला राज, तीन और बदमाश पकड़े गए  

पकड़े गए संदिग्ध की पहचान एक नाबालिग के रूप में हुई। पूछताछ में उसने डकैती में अपनी भूमिका कबूल की और बताया कि लूटा गया मोबाइल और 800 रुपये नकद अपने साथियों को दे दिए थे। उसने यह भी खुलासा किया कि उसी रात करीब 2 बजे, पीरागढ़ी चौक पर उसने और उसके छह साथियों ने एक डिलीवरी ब्वॉय को लूटने की कोशिश की थी। जब डिलीवरी ब्वॉय ने शोर मचाया, तो बदमाशों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया और फरार हो गए।

इस जानकारी की पुष्टि करने पर पता चला कि पश्चिम विहार ईस्ट पुलिस स्टेशन में इस घटना के संबंध में एक एफआईआर दर्ज है। नाबालिग के बयान के आधार पर पुलिस ने मंगोलपुरी इंडस्ट्रियल एरिया में छापेमारी की और तीन अन्य बदमाशों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान अमन विहार निवासी मोनू उर्फ कन्ना (20 वर्ष), रोहिणी निवासी हेमंत (21 वर्ष) और किरारी सुलेमान नगर निवासी शाहिल उर्फ बडी (21 वर्ष) के रूप में हुई है।

डीसीपी सचिन शर्मा ने बताया कि मोनू उर्फ कन्ना के पास से लूटा गया मोबाइल फोन, हेमंत के पास से वारदात में इस्तेमाल बटन वाला चाकू, शाहिल उर्फ बडी के निशानदेही पर चोरी की एक स्कूटी बरामद, जो सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन में दर्ज ई-एफआईआर से संबंधित थी। नाबालिग के निशानदेही पर एक अन्य चोरी की स्कूटी बरामद, जो पश्चिम विहार वेस्ट में दर्ज ई-एफआईआर से जुड़ी थी। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि लूटे गए 800 रुपये को उन्होंने ड्रग्स खरीदने में खर्च कर दिया।

गिरफ्तार बदमाशों में हेमंत का आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया है। वह पहले हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत एक मामले में शामिल रहा है। बाकी दो बदमाशों और नाबालिग का कोई पुराना रिकॉर्ड नहीं मिला है। इस वारदात में दो अन्य बदमाशों की भी संलिप्तता सामने आई है, जिनकी तलाश जारी है।

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