विशाखापट्टनम से दिल्ली तक गांजा सप्लाई चेन ध्वस्त, महिला समेत दो हिरासत में, 22.12 किलो गांजा जब्त

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की दक्षिण जिला की एएटीएस (एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड) ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए विशाखापट्टनम से दिल्ली-एनसीआर तक गांजा तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में 22.12 किलोग्राम गांजा और तस्करी में इस्तेमाल कार जब्त की गई है। दो आरोपियों, साहिल खान और एक महिला को हिरासत में लिया गया है।

दक्षिण जिला के डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि 13 सितंबर को एएटीएस दक्षिण जिला के एएसआई देशराज मीणा को खुफिया सूचना मिली कि एक व्यक्ति कार में गांजे की खेप लेकर दिल्ली में प्रवेश करने वाला है। इस सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर उमेश यादव के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें एसआई दीपक महला, एएसआई देशराज, ब्रजेंद्र, महिला हेड कांस्टेबल सीमा मलिक, हेड कांस्टेबल जोगिंदर, कृष्ण, बृजेश, राघवेंद्र, कांस्टेबल देवेंद्र, काना राम और अरविंद शामिल थे। ऑपरेशन की निगरानी एसीपी ऑपरेशंस अरविंद कुमार ने की।

टीम ने स्थानीय सूत्रों और तकनीकी निगरानी के जरिए सूचना को पुख्ता किया और साकेत के फिश मार्केट रोड के पास जाल बिछाया। कुछ देर बाद, एक संदिग्ध कार आती दिखी। पुलिस को देखकर चालक ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुष्पा भवन के पास कार को रोक लिया गया। कार में सवार लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। तलाशी के दौरान कार से 22.12 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। दोनों आरोपियों की पहचान साहिल खान और महिला के रूप में हुई। अम्बेडकर नगर थाने में धारा 20/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि पूछताछ में साहिल खान ने बताया कि मुख्य सप्लायर हसन उर्फ राज है, और वह अपने साले जहांगीर के साथ मिलकर मदनपुर खदर, बवाना जे जे कॉलोनी और सोनीपत में छोटे विक्रेताओं को गांजा बांटता था। इस नेटवर्क के आगे और पीछे के कनेक्शन को खंगालने के लिए जांच जारी है।

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