नेपाल के पीएम का इस्तीफा, राष्ट्रपति ने शांति की अपील की, भारतीय सीमा पर अलर्ट, ‘नेपाल यात्रा से बचने की सलाह’

राष्ट्रीय जजमेंट

नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने मंगलवार को सभी पक्षों से संयम बरतने और संकट के समाधान के लिए बातचीत की अपील की. उन्होंने कहा, “देश एक कठिन परिस्थिति से गुजर रहा है.” उन्होंने आंदोलनकारी समूह ‘जेन जी’ समेत सभी से शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए सहयोग करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, “चूंकि प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली का इस्तीफा पहले ही स्वीकार कर लिया गया है, इसलिए मौजूदा गतिरोध का समाधान निकालने के लिए देश, जनता और लोकतंत्र से प्रेम करने वाले सभी पक्षों के सहयोग की आवश्यकता है.” “नेपाल की एक चौथाई आबादी विदेशों में रहती है… लोगों में एक अनोखा सशक्तिकरण और वैश्वीकरण की समझ है, खासकर युवाओं में… कोविड के बाद, नेपाल बहुत अच्छी तरह से उबर नहीं पाया है. बेरोजगारी है. युवाओं में आम निराशा है… इन सबके बीच, जब आप सोशल मीडिया को बंद करने जैसा कठोर कदम उठाते हैं, तो जाहिर है, लोग बाहर निकलेंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे… स्थिति को भी बुरी तरह से संभाला गया… इसकी जिम्मेदारी राजनीतिक रूप से लेनी होगी… लगभग 19 मौतों की पुष्टि हो चुकी है और शायद इससे भी ज्यादा, लगभग 100 से अधिक लोग अस्पतालों में हैं, इस स्थिति में न केवल सहानुभूति की आवश्यकता है, बल्कि एक हद तक जवाबदेही की भी आवश्यकता है… नेपाल के राजनीतिक नेताओं के लिए यह समय की मांग है.”- मंजीब सिंह पुरी, नेपाल में भारत के पूर्व राजदूत
नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच, भारत के पानीटंकी से नेपाली शहर काकड़भिट्टा से उठता घना धुआं देखा जा सकता है. भारत के पानीटंकी और नेपाल के काकड़भिट्टा को जोड़ने वाले मितेरी पुल की सुरक्षा भारत की ओर से एसएसबी के जवान कर रहे हैं. सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है. सुरक्षा बलों को अलर्ट किया गया है.भारत-नेपाल के सीमावर्ती बलरामपुर जिले में भी सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गयी है. जिले की सीमाओं पर स्थित सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 22 चौकियों पर अतिरिक्त बल तैनात किया गया है और सीमा से सटे जिले के पांच थाना क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है.पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि नेपाल में दूसरे दिन भी जारी आंदोलन को देखते हुए नेपाल से सटी सीमा की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि बलरामपुर जिले की 85 किलोमीटर सीमा नेपाल से सटी है. उन्होंने कहा कि इसके तहत पचपेड़वा, गैसड़ी और जरवा सहित पांच थाने आते हैं. उन्होंने बताया कि इन थानों सहित एसएसबी की 22 चौकियों पर भी अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस एसएसबी के साथ लगातार गश्त कर रही है.उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन कवच’ समितियों को भी सक्रिय रहने एवं हर आने—जाने वालों पर पैनी नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक नेपाल में रहने वाले लोग व्हाट्सऐप, फेसबुक एवं मैसेंजर के जरिए भारत में रहने वाले अपने करीबियों से मुफ्त में बात कर लेते थे लेकिन नेपाल में ये सोशल मीडिया मंच प्रतिबंधित होने से परेशानियां हुईं.
भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र रनियापुर निवासी अधिवक्ता अहमद का कहना है कि भारत-नेपाल का हमेशा से रोटी-बेटी का संबंध रहा है. उन्होंने कहा कि उनके तमाम रिश्तेदार नेपाल में रहते हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया मंचों के जरिये तमाम रिश्तेदारों की खैरियत मालूम हो जाया करती थी, मगर नेपाल सरकार द्वारा इन मंचों पर पाबंदी लगा देने के कारण समस्या पैदा होने लगी थीं. उन्होंने कहा कि नेपाल में तो उग्र प्रदर्शन हो ही रहा है, वहां मौजूद रिश्तेदारों की खैरियत नहीं मिल पाने से उनकी सुरक्षा की भी चिंता सताने लगी है.भारत नेपाल सीमा से सटे गैसड़ी क्षेत्र के विधायक राकेश यादव का कहना है कि उनके क्षेत्र के सैकड़ों थारू जनजाति परिवारों के अनेक रिश्तेदार नेपाल में रहते हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने से लोगों को समस्या आ गई थी लेकिन नेपाल सरकार द्वारा प्रतिबंध हटाए जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है. उन्होंने कहा कि नेपाल में हिंसक आंदोलन को समाप्त कराने के लिए सरकार को सार्थक कोशिश करनी चाहिए.

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