लाल किला परिसर से चोरी हुआ कलश हापुड़ से बरामद, दिल्ली पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत तीन को दबोचा

नई दिल्ली: दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला परिसर में जैन समुदाय के धार्मिक आयोजन के दौरान हुई सनसनीखेज चोरी की गुत्थी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सुलझा लिया है। करीब 1 करोड़ रुपये की कीमत का सोने का कलश उत्तर प्रदेश के हापुड़ से बरामद किया गया है। इस मामले में मुख्य आरोपी भूषण वर्मा को हापुड़ के वैशाली कॉलोनी स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, उसके दो साथियों, अंकित और गौरव, को भी हिरासत में लिया गया है। यह चोरी 3 सितंबर 2025 को लाल किला के 15 अगस्त पार्क में आयोजित एक धार्मिक समारोह के दौरान हुई थी, जिसने पुलिस और जैन समुदाय में हड़कंप मचा दिया था।

लाल किला परिसर में 3 सितंबर को जैन समुदाय का एक बड़ा धार्मिक आयोजन चल रहा था। इस दौरान प्रदर्शनी में रखा गया एक बेशकीमती कलश, जिसमें 760 ग्राम सोना और 150 ग्राम हीरे, माणिक्य, और पन्ना जड़े थे, अचानक गायब हो गया। इस कलश का धार्मिक और आर्थिक महत्व जैन समुदाय के लिए बेहद खास था, और इसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपये आंकी गई थी। आयोजकों ने तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मामला दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपा गया। इस चोरी ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए, बल्कि पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती भी पेश की।

क्राइम ब्रांच ने तुरंत जांच शुरू की और लाल किला परिसर के साथ-साथ आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला। कई घंटों की मेहनत के बाद एक फुटेज में संदिग्ध व्यक्ति धोती-कुर्ता पहने हुए कलश को एक झोले में छिपाकर ले जाता दिखा। तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने इस व्यक्ति की पहचान भूषण वर्मा के रूप में की, जो हापुड़ का रहने वाला है। क्राइम ब्रांच की एक विशेष टीम ने हापुड़ के वैशाली कॉलोनी में भूषण के घर पर छापा मारा, जहां से चोरी गया कलश बरामद कर लिया गया।

पुलिस हिरासत में भूषण वर्मा ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने भीड़ का फायदा उठाकर आयोजन स्थल से तीन कलश चुराए थे, जिनमें से एक पुलिस ने बरामद कर लिया है। इस कलश में 760 ग्राम सोना और 150 ग्राम रत्न जड़े हैं। भूषण ने यह भी खुलासा किया कि उसने अपने दो साथियों, अंकित और गौरव, के साथ मिलकर इस चोरी को अंजाम दिया था। पुलिस ने दोनों साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से 150 ग्राम पिघला हुआ सोना बरामद किया। बाकी दो कलशों की तलाश में पुलिस उत्तर प्रदेश और दिल्ली के कई इलाकों में छापेमारी कर रही है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, भूषण वर्मा का इरादा इन बेशकीमती कलशों को काला बाजार में ऊंचे दामों पर बेचने का था। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या इस चोरी के पीछे कोई बड़ा आपराधिक गिरोह काम कर रहा था। साथ ही, बाकी दो कलशों और अन्य संदिग्धों की तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।

इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की जैन समुदाय और स्थानीय लोगों ने जमकर सराहना की है। पुलिस ने न केवल 5 दिन के भीतर मुख्य आरोपी को पकड़ा, बल्कि चोरी का माल भी बरामद कर लिया। डीसीपी (क्राइम ब्रांच) के अनुसार, यह एक संवेदनशील मामला था, क्योंकि कलश का धार्मिक महत्व जैन समुदाय के लिए बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि जांच अभी पूरी नहीं हुई है और जल्द ही इस मामले से जुड़े अन्य तथ्य सामने आएंगे।

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