दिल्ली में बाढ़ का कहर: कांग्रेस का बदरपुर खादर में दौरा, भाजपा पर निष्क्रियता का आरोप

नई दिल्ली: यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर ने दिल्ली में बाढ़ का संकट पैदा कर दिया है। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण पूर्वी दिल्ली के बदरपुर खादर, जैतपुर, मयूर विहार और अन्य निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने मंगलवार को बदरपुर खादर का दौरा कर हालात का जायजा लिया और भाजपा सरकार पर राहत कार्यों में लापरवाही का आरोप लगाया।

कांग्रेस का आरोप: दिखावे के लिए राहत शिविर, जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच रही मदद

देवेंद्र यादव ने कहा कि यमुना का जलस्तर बढ़ने से बदरपुर खादर और आसपास की कॉलोनियों में पानी भर गया है, जिससे हजारों लोग प्रभावित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार केवल चुनिंदा स्थानों पर दिखावे के लिए राहत शिविर लगा रही है, जबकि खादर जैसे निचले इलाकों में कोई बचाव या राहत कार्य नहीं हो रहा। यादव ने कहा, “हरियाणा की भाजपा सरकार ने हथिनी कुंड से लाखों क्यूसेक पानी बिना किसी रणनीति के छोड़ा, और दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए कोई कदम नहीं उठाया।”

यादव ने बताया कि बदरपुर खादर के निवासियों ने हर साल बाढ़ के खतरे से बचने के लिए पुश्ता निर्माण की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस क्षेत्र में पुश्ता बनाए, तो बाढ़ की समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकती है। यादव ने दिल्ली सरकार से तत्काल राहत सामग्री और बचाव कार्य शुरू करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार की निष्क्रियता के कारण दिल्ली बाढ़ के पानी में डूब रही है।

दौरे के दौरान यादव के साथ कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन और पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज, पूर्व विधायक भीष्म शर्मा, जिला अध्यक्ष आदेश भारद्वाज, राजकुमार जैन, डॉ. पी.के. मिश्रा, अनुज आत्रेय, लोकेन्द्र चौधरी, मोहित डेढ़ा, मंगेश त्यागी, देवानंद चौधरी, सुरेश बती, प्रिया जयंत, रोहतास चौधरी, कुलदीप भाटी, कमल सिंह, राम निवास पांचाल सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे। यादव ने कहा कि कांग्रेस संकट की इस घड़ी में बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है और हर संभव मदद करेगी।

यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने केवल घोषणाएं की हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने यमुना तट के निवासियों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की। कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार तुरंत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाए और प्रभावित लोगों की आजीविका को बचाने के लिए कदम उठाए।

यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब 

केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, हथिनी कुंड से 1 सितंबर को 3,29,313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके कारण यमुना का जलस्तर चेतावनी स्तर (204.50 मीटर) को पार कर खतरे के निशान (205.33 मीटर) के करीब पहुंच गया है। पुराने लोहे के पुल को बंद कर दिया गया है, और निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।

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