पॉन्डिचेरी के होटल में छिपा था कुख्यात अपराधी, दिल्ली पुलिस ने दबोचा

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट यूनिट ने एक ऑपरेशन में कुख्यात अपराधी राहुल उर्फ पंकज चौधरी को पॉन्डिचेरी से गिरफ्तार किया है। 38 वर्षीय यह शातिर अपराधी हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के मामले में वांछित था। दिल्ली के राजिंदर नगर थाने और स्पेशल स्टाफ की संयुक्त टीम ने दिल्ली, बेंगलुरु और पॉन्डिचेरी में व्यापक तलाशी अभियान चलाकर उसे धर दबोचा।

सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी निधिन वाल्सन ने बताया कि 13 अगस्त 2025 को राजिंदर नगर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। राजिंदर नगर में जिम चलाते एक शिकायतकर्ता ने बताया कि 5 अगस्त को उनके क्लाइंट विकास सोलंकी ने उन्हें गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद 11 अगस्त को विकास सोलंकी अपने साथियों विक्रम, सरोज, पंकज, राहुल चौधरी, संजय चौधरी और अन्य के साथ हथियारों से लैस होकर जिम में घुस आए। इन लोगों ने जिम मालिक पर देशी पिस्तौल, रिवॉल्वर, लोहे की रॉड और लकड़ी के डंडे से हमला किया और सीसीटीवी का डीवीआर चुराकर सबूत मिटाने की कोशिश की। इस मामले में विकास सोलंकी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अन्य आरोपी फरार थे।

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी करोल बाग के नेतृत्व में राजिंदर नगर थाने और स्पेशल स्टाफ की एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम में एसआई गौरव, कांस्टेबल सूर्या, एसआई मनोज सोलंकी, एचसी अमरजीत, एचसी रोहताश और कांस्टेबल अनिल शामिल थे। टीम ने तकनीकी निगरानी, स्थानीय सूचनाओं और कई राज्यों के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। दिल्ली और एनसीआर में कई छापेमारी के बाद पता चला कि राहुल बेंगलुरु भाग गया था और बाद में पॉन्डिचेरी में छिपा हुआ था।

डीसीपी ने बताया कि 29 अगस्त को मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस ने पॉन्डिचेरी के होटल विला कावी, सेंट मार्टिन में छापा मारा और राहुल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपराध में अपनी मुख्य भूमिका कबूल की और बताया कि उसने सदर बाजार से एक काले रंग की पिस्तौल जैसी एयर गन खरीदी थी, जिसे डराने के लिए इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने उसके घर से यह हथियार बरामद कर लिया।

पुलिस ने बताया कि आरोपी राहुल उर्फ पंकज चौधरी, जो दिल्ली के कीर्ति नगर का रहने वाला है और ऑनलाइन फिटनेस ट्रेनर है, पहले भी पांच आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। उसका आपराधिक रिकॉर्ड साल 2006 से शुरू होता है, जिसमें पटेल नगर और रंजीत नगर थानों में दर्ज मामले शामिल हैं। पुलिस अब बाकी फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।

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