बदरपुर में झपटमार गैंग का भंडाफोड़, 4 गिरफ्तार, 1.25 लाख की धोखाधड़ी का खुलासा

नई दिल्ली: दिल्ली के दक्षिण-पूर्व जिले के बदरपुर थाने की पुलिस ने एक सक्रिय लोकल झपटमारी गैंग का भंडाफोड़ कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 24 वर्षीय असर सिंह राजपूत, 23 वर्षीय रोहित उर्फ नेपू, 24 वर्षीय रवि उर्फ कालू जांगड़ और 25 वर्षीय सूरज गिरि के रूप में हुई हैं। सभी बदरपुर के निवासी हैं। इनमें से तीन बदरपुर पुलिस स्टेशन के कुख्यात बीसी हैं, जिनके पास से चार चोरी के मोबाइल फोन बरामद हुए। इस कार्रवाई से चार पुराने मामलों का खुलासा भी हुआ है।

दक्षिण-पूर्व जिले के डीसीपी हेमंत तिवारी ने बताया कि 16 अगस्त को जन्माष्टमी के दिन बदरपुर निवासी विकास अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे। सुबह करीब 10 बजे राजीव गांधी बस स्टैंड, प्रहलादपुर अंडरपास से बस नंबर 774 में चढ़ते समय उनकी जींस की जेब से रियलमी 6 मोबाइल फोन चोरी हो गया। सह-यात्रियों, ड्राइवर और कंडक्टर की मदद से तलाश की, लेकिन फोन नहीं मिला।

विकास ने अपने भाई सुनील के फोन से चोरी हुए नंबर पर कॉल किया, तो एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन उठाया। उसने धोखे से पिन मांगा और फोन लौटाने के बहाने आधार कार्ड की कॉपी मांगी। भरोसा करके विकास ने व्हाट्सएप पर विवरण भेज दिया, लेकिन फोन वापस नहीं मिला। उसी शाम करीब 5 बजे तुगलकाबाद मेट्रो के पास एसबीआई एटीएम में पैसे निकालने गए तो खाते से पहले ही आरोपी ₹1.25 लाख धोखाधड़ी से उड़ा चुके थे वह केवल ₹3,000 निकाल पाए। इस पर बदरपुर थाने में बीएनएस की धारा 303(2)/318(4)/61(2) के तहत मामला दर्ज हुआ। जांच में पता चला कि चोरी के फोन से बैंकिंग ऐप के जरिए धोखाधड़ी की गई।

अपराध की गंभीरता देखते हुए, एसआई विवेक गौतम, एसआई अमित, हवलदार पवन और सिपाही पवन की विशेष टीम गठित की गई। टीम ने पीड़ित के खाते के लेन-देन का विश्लेषण किया। ₹18,000 की धोखाधड़ी वाली राशि सूरज गिरि के बैंक खाते में ट्रांसफर मिली। उसके मोहन बाबा नगर, बदरपुर ठिकाने पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार किया।

पूछताछ में सूरज ने सह-आरोपियों असर सिंह राजपूत, रोहित उर्फ नेपू और रवि उर्फ कालू जांगड़ की संलिप्तता कबूल की। गोविंदपुरी एटीएम के सीसीटीवी फुटेज ने इनकी पैसे निकालने की भूमिका पुष्ट की। तकनीकी इनपुट और खुफिया जानकारी से रविवार बाजार में छापेमारी कर बाकी तीनों को पकड़ा गया। उनकी निशानदेही पर चार चोरी के मोबाइल बरामद हुए।

पूछताछ से पता चला कि आरोपी झपटमारी कर फोन चुराते, पीड़ितों को फोन कर पिन और आधार विवरण निकालते, फिर बैंकिंग ऐप से पैसे ट्रांसफर कर निकाल लेते। बाकी पैसे और चोरी की संपत्ति सभी बांटते थे। असर, रोहित और रवि ने एटीएम से पैसे निकाले, और सूरज को हिस्सा ट्रांसफर किया था।

डीसीपी ने बताया कि आरोपी असर बदरपुर का बीसी है,जो पूर्व में लूट, झपटमारी, चोरी के 15 मामले में शामिल पाया गया है। रोहित बदरपुर का बीसी है, वह झपटमारी-चोरी के 5 मामले में शामिल रह चुका है। रवि भी बदरपुर का बीसी है, झपटमारी-चोरी के 15 मामलों में संलिप्त पाया गया है, इसे पहले दिल्ली से बाहर किया गया था। आरोपी सूरज गिरि का कोई पूर्व रिकॉर्ड नहीं है। फिलहाल मामले की जांच जारी है, गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही हैं।

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