फरीदाबाद में साइबर ठगी का खुलासा: क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर लाखों की ठगी, 9 गिरफ्तार

फरीदाबाद : फरीदाबाद पुलिस की साइबर क्राइम इकाइयों ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने और प्रोटेक्शन प्लान डिएक्टिवेट करने के नाम पर ठगी करने वाले तीन अलग-अलग साइबर ठगी गिरोहों का पर्दाफाश करते हुए कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन कार्रवाइयों में दिल्ली और हरियाणा में संचालित फर्जी कॉल सेंटरों को निशाना बनाया गया, जो लोगों को झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर रहे थे।

पहला मामला: साइबर थाना सेंट्रल

साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने 18 अगस्त को सेक्टर 27 के एक निवासी की शिकायत पर कार्रवाई की, जिसमें पीड़ित ने बताया कि एक अज्ञात नंबर से कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को आईडीएफसी बैंक का कर्मचारी बताकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का लालच दिया। कॉलर ने व्हाट्सएप पर बैंक आईडी भेजी और एक लिंक के जरिए क्रेडिट कार्ड नंबर और सीवीवी मांगा। डिटेल्स भरने के बाद पीड़ित के खाते से 20,590 रुपये कट गए। इस मामले में पुलिस ने मोहित गिरी (24), सौरव (25) और सुरज सिंह (25) सभी दिल्ली के निवासियों, को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि तीनों 2022 में दिल्ली के एक कॉल सेंटर में काम करते थे, जहां उनकी दोस्ती हुई। वे बैंक कर्मचारी बनकर लोगों को ठगते थे। आरोपियों को सात दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

दूसरा मामला: साइबर थाना बल्लभगढ़

साइबर थाना बल्लभगढ़ की टीम ने 20 जून को गांव शाहपुरा, बल्लभगढ़ के एक व्यक्ति की शिकायत पर कार्रवाई की। शिकायतकर्ता ने बताया कि एक कथित एक्सिस बैंक कर्मचारी ने उसे एक वेबसाइट पर क्रेडिट कार्ड डिटेल्स भरने के लिए कहा, जिसके बाद उसके खाते से 29,425 रुपये कट गए। पुलिस ने इस मामले में रजत कुमार (29) और राहुल चौहान (30), दोनों संगम विहार, दिल्ली के निवासियों, को गिरफ्तार किया। ये आरोपी साकेत, दिल्ली में एक फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे, जहां वे कर्मचारियों को वेतन पर रखकर एक्सिस बैंक के नाम पर ठगी करते थे। दोनों 12वीं पास हैं और उनके दो अन्य सहयोगी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

तीसरा मामला: साइबर थाना एनआईटी

साइबर थाना एनआईटी में 9 जुलाई 2025 को डबुआ कॉलोनी के एक निवासी ने शिकायत दर्ज की कि आईसीआईसीआई बैंक के कथित कस्टमर केयर से आए कॉल में कॉलर ने क्रेडिट कार्ड प्रोटेक्शन प्लान डिएक्टिवेट करने का झांसा दिया। पीड़ित ने ओटीपी साझा किया, जिसके बाद उसके खाते से 1,68,612 रुपये कट गए। पुलिस ने इस मामले में आलोक आनंद (33), विकास (32), अखिल (33), और मुकेश (53), सभी नई दिल्ली के निवासियों, को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि आलोक, विकास, और अखिल कॉलर का काम करते थे, जबकि मुकेश ठगी के पैसे से ऑनलाइन ऑर्डर और atm से नकदी निकालता था। मुकेश विकास का चाचा है। ये सभी पहले एक कॉल सेंटर में काम करते थे, जहां उनकी दोस्ती हुई। आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि फरीदाबाद पुलिस साइबर ठगी के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। इन मामलों में दिल्ली में संचालित फर्जी कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया गया है, और जांच जारी है ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों का पता लगाया जा सके। पुलिस ने जनता से अपील की है कि क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने या प्रोटेक्शन प्लान से संबंधित किसी भी कॉल पर भरोसा न करें और ऐसी कॉल्स की सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर पर दें। सभी नौ आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है, और विभिन्न अवधियों के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है ताकि ठगी के नेटवर्क का और खुलासा हो सके।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More