महापौर ने की यूईआर-2 के लिए पीएम मोदी की सराहना, ‘आप’ पर लगाया विकास में रोड़े अटकाने का आरोप

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम की आम सभा की बैठक में गुरुवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली को 11,000 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यूईआर-2 परियोजना की सौगात देने पर धन्यवाद प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। बैठक के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने इस परियोजना के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया, जबकि आम आदमी पार्टी पर निगम सदन में हंगामा कर दिल्ली के विकास में बाधा डालने का आरोप लगाया। प्रेस वार्ता में स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा और नेता सदन प्रवेश वाही भी मौजूद रहे।

महापौर ने कहा कि यूईआर-2 परियोजना दिल्लीवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार है, जो जाम से राहत, सुगम यात्रा और प्रदूषण में कमी लाएगी। उन्होंने बताया कि सदन में “धन्यवाद मोदी” के नारे लगाए गए, जिस पर ‘आप’ ने हंगामा शुरू कर अपना दोहरा चरित्र उजागर किया।

नेता सदन प्रवेश वाही ने कहा कि ‘आप’ न तो दिल्ली का विकास चाहती है और न ही जनहित के कार्यों का समर्थन करती है। उन्होंने कहा, “यूईआर-2 से दिल्ली और हरियाणा के नागरिक उत्साहित हैं, लेकिन ‘आप’ को यह स्वीकार नहीं। उनकी नीति हमेशा ‘ना काम करो, ना करने दो’ रही है।” वाही ने बताया कि निगम सदन की मासिक बैठक में पार्षद अपने क्षेत्रों के मुद्दे उठाते हैं, लेकिन ‘आप’ केवल राजनीतिक हितों के लिए व्यवधान डालती है। उन्होंने उदाहरण दिया कि जब पार्षद अनिल त्यागी ने ग्रामीण क्षेत्रों में सोडियम लाइट्स की जगह एलईडी लाइट्स लगाने का प्रस्ताव रखा, तब भी ‘आप’ ने हंगामा किया।

स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा ने कहा कि महापौर ने बैठक को शांतिपूर्ण और सकारात्मक ढंग से संचालित करने का प्रयास किया, लेकिन ‘आप’ के हंगामे के कारण चर्चा नहीं हो सकी। उन्होंने खुलासा किया कि ‘आप’ के कई पार्षद स्वयं चर्चा में हिस्सा लेना चाहते थे, लेकिन पार्टी की नीतियों के कारण वे असंतुष्ट और परेशान हैं।

महापौर ने जोर देकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा जनहित में कार्य करती रहेगी और दिल्ली के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यूईआर-2 जैसी परियोजनाएं दिल्ली को और बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।

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