ट्रेन सफर में बातचीत से विश्वास जीत किया अपहरण, दिल्ली पुलिस ने एआई से 3 माह के बच्चे को खेतड़ी से किया रेस्क्यू, आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली के आनंद पर्बत थाना क्षेत्र में एक 3 महीने के मासूम बच्चे के अपहरण की सनसनीखेज घटना सामने आई। दिल्ली पुलिस की तत्परता और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (एफआरएस) की मदद से मात्र 18 घंटे के भीतर बच्चे को राजस्थान के खेतड़ी से सुरक्षित बरामद कर लिया गया और अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान खेतड़ी, राजस्थान निवासी 32 वर्षीय जितेंद्र कुमार के रूप में हुई हैं।

मध्य जिला के डीसीपी निधिन वाल्सन ने बताया कि चेन्नई निवासी एक महिला अपने 3 महीने के बेटे के साथ ट्रेन से अपने रिश्तेदार से मिलने आनंद पर्बत आ रही थी। ट्रेन के सफर के दौरान आरोपी ने महिला से दो घंटे तक बातचीत कर उसका विश्वास जीत लिया। आनंद पर्बत पहुंचने पर, आरोपी ने महिला को एक कपड़ा दुकान में बच्चे के लिए ड्रेस खरीदने के लिए 150 रुपये दिए और खुद बाहर इंतजार करने का बहाना बनाया। इसी दौरान वह बच्चे को लेकर फरार हो गया। बीते मंगलवार को दर्ज शिकायत के आधार पर आनंद पर्बत थाने में धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया और तुरंत जांच शुरू की गई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त प्रशांत चौधरी के मार्गदर्शन में एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई। इस टीम में सब-इंस्पेक्टर साहिल, हेड कांस्टेबल सुरेश, संजय, रणवीर, कांस्टेबल मनीष और अशोक शामिल थे। थाना प्रभारी सुभाष चंदर और एसीपी पटेल नगर सुनील गुप्ता की देखरेख में टीम ने त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने लगभग 100 सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और एआई-आधारित फेशियल रिकग्निशन सिस्टम की मदद से आरोपी की पहचान की। आरोपी को राजस्थान के खेतड़ी में उसके पैतृक गांव में ट्रेस किया गया। दिल्ली पुलिस की एक टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से खेतड़ी पहुंचकर जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया और बच्चे को सुरक्षित बरामद किया।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में जितेंद्र ने खुलासा किया कि उसके एक रिश्तेदार ने उसे बच्चा गोद लेने में मदद करने के लिए कहा था और इसके बदले आर्थिक मदद का वादा किया था। लालच में आकर जितेंद्र ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इस अपराध को अंजाम दिया।

डीसीपी निधिन वाल्सन ने बताया कि 3 महीने के मासूम को सकुशल उसके परिवार से मिला दिया गया। आरोपी जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है। डीसीपी ने इस त्वरित कार्रवाई के लिए अपनी टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक और पुलिस की तत्परता ने इस गंभीर मामले को जल्दी सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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