4 क‍िलो सोने की चोरी..जुए में जीते 25 लाख, लेकिन सेकेंड हैंड मोबाइल के चक्कर में धरा गया दिल्ली का चोर

राष्ट्रीय जजमेंट 

जुए की लत आखिर क्या नहीं कराती! ये कहानी है दिल्ली की ज्वेलरी शॉप पर काम करने वाले वफादार मनोज की। करोल बाग के शोरूम में बीते 12 साल से काम कर रहा था। भरोसा इतना था कि 70-80 किलो सोने के स्टॉक की जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि सीधा-सादा दिखने वाला मनोज धीरे-धीरे अपने ही मालिक के सोने को कुतरने में लगा हुआ है। शातिर इतना कि 4 किलो सोना गायब कर दिया और किसी को खबर भी नहीं लगी।
यही नहीं मनोज ने जुए में भी बड़ी रकम जीती। पूरे 25 लाख रुपये। इसके बावजूद 2 सेकेंड हैंड मोबाइल फोन खरीदकर वो पुलिस के जाल में फंस गया। 20 जुलाई को दिल्ली पुलिस ने इस सोने की चोरी (Gold Heist) का मामला सुलझा लिया। चलिए जानते हैं भरोसे..जुए की लत और विश्वासघात की यह कहानी…
36 साल का मनोज दोसांद करोल बाग के शोरूम में 12 साल से काम कर रहा था। अचानक 26 जून को उसने काम पर आना बंद कर दिया और लापता हो गया। 3 बाद ही 29 जून को पत्नी ने गुलाबी नगर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस को शक हुआ था तो शोरूम में ऑडिट कराया गया। ऑडिट जो सच सामने आया, उसने सभी को चौंका दिया। शोरूम से 3980 ग्राम यानी करीब 4 किलो सोना गायब था। मनोज की पूरी कलई खुल चुकी थी। पुलिस ने 3 जुलाई को केस दर्ज कर मनोज की तलाश शुरू कर दी। दिल्ली ही नहीं यूपी, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी बड़े पैमाने पर उसकी खोज शुरू कर दी गई।
2 सेकेंड हैंड मोबाइल से फंसा
दिल्ली पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने और सबूतों की कड़ियों को जोड़ने में लगी हुई थी। इसी दौरान मनोज को अपनी बाइक आगरा कैंट पर पार्क करते देखा गया। छानबीन हुई तो पता चला कि मनोज ने आगरा में एक सेकेंड हैंड मोबाइल खरीदा है। मनोज तक पहुंचने के लिए यह पहली बड़ी कामयाबी थी। इसके बाद बंगलुरू में रेलवे स्टेशन की फुटेज में मनोज फिर से दिखा। मनोज ने फिर से एक और सेकेंड हैंड मोबाइल फोन खरीदा। बस यही दोनों फोन उस तक पहुंचने की सीढ़ियां बन गए।
17 दिन तक चला सर्च ऑपरेशन
मनोज को ढूंढ निकालने के लिए 17 दिन तक सर्च ऑपरेशन चला। आखिरकार उसे 20 जुलाई को तमिलनाडु के ऊटी से पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसके पास से 100 ग्राम सोना, 2.3 लाख रुपये और वही दोनों मोबाइल फोन बरामद हुए।
जुए की लत ने किया बर्बाद
मनोज से जब पूछताछ की गई तो उसने सब सच-सच उगलता शुरू कर दिया। मनोज जुए की लत का शिकार हो चुका था और ऑनलाइन बेटिंग एप्स पर जमकर पैसा लगाने लगा था। लॉकडाउन में यह लत और ज्यादा बढ़ती चली गई। इसी के लिए मनोज ने शोरूम में सोने की चोरी शुरू कर दी। उसने कबूल किया कि धीरे-धीरे वह करीब 4 किलो सोना चुरा चुका है। यही नहीं गिरफ्तारी से कुछ ही दिन पहले उसने ऑनलाइन जुए में 20 लाख रुपये भी जीते थे। वो एन्टिक ज्वैलरी चुराता क्योंकि उसका ऑडिट बहुत ही कम होता था।
27 लाख का सोना खरीदा
मनोज को पकड़े जाने का डर सता रहा था। गायब होने से पहले उसने अपने लॉकर से 5 लाख रुपये और 35 ग्राम सोना निकाला और सट्टेबाज से 25 लाख रुपये लिए। उसने करोल बाग से ही 27 लाख रुपये में करीब 280 ग्राम सोना खरीदा। 3 लाख कैश और 100 ग्राम सोना अपने पास रखा और बाकी छिपाकर भाग गया। पकड़ा न जाए, इसलिए बार-बार लोकेशन और होटल बदलता रहा। लेकिन दिल्ली पुलिस की गिरफ्त से नहीं बच सका। अब पुलिस मनोज के जरिए करोल बाग में सोना पिघलाने वाले रैकेट तक पहुंचने की कोशिश में है।

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