कुख्यात जेबकतरों का गैंग पकड़ा गया, 23 चोरी के मोबाइल फोन बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की लाहौरी गेट थाना टीम ने एक कुख्यात जेबकतरी गैंग का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें चार जेबकतरे और एक चोरी के मोबाइल फोन का खरीदार शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अंकित (23 वर्ष), अमित उर्फ पिर्रा (23 वर्ष), मनीष उर्फ छोटू (24 वर्ष), करण (23 वर्ष) और अरुण उर्फ गेल (28 वर्ष) के रूप में हुई है, जो सभी उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के भोगांव गांव के निवासी हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 23 चोरी के स्मार्ट मोबाइल फोन, जिसमें एक ऐप्पल आईफोन भी शामिल है, बरामद किए हैं। इस कार्रवाई से लाहौरी गेट थाने के पांच मोबाइल चोरी के मामले हल हो गए हैं।

उत्तर जिला के डीसीपी राजा बंठिया ने बताया कि 20 जुलाई को, दिल्ली के अशोक रोड निवासी राय ने लाहौरी गेट थाने में एक ऑनलाइन ई-एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि उसी दिन शाम करीब 5:15 बजे, वह अपने दोस्त के साथ खारी बावली के फतेहपुरी चौक पर चैना राम मिठाई की दुकान पर मिठाई खरीदने गए थे। इस दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनकी पैंट की जेब से ऐप्पल आईफोन चुरा लिया। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की।

लाहौरी गेट थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर योगेश्वर सिंह की देखरेख और कोतवाली सब-डिवीजन के एसीपी शंकर बनर्जी के मार्गदर्शन में एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई। टीम ने मुखबिरों को सक्रिय किया और विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी जुटाई। साथ ही, घटनास्थल और आसपास के क्षेत्रों में लगे कई सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया। फुटेज में चार संदिग्ध व्यक्तियों को पीड़ित को घेरते और एक व्यक्ति को उसकी जेब से मोबाइल निकालते देखा गया। सीसीटीवी से प्राप्त स्पष्ट तस्वीरों को मुखबिरों के साथ साझा किया गया, जिसके आधार पर एक आरोपी की लोकेशन अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम के पास एक पार्क में मिली। 30 जुलाई को दोपहर में छापेमारी कर अंकित को गिरफ्तार किया गया, जिसने अपराध में अपनी भूमिका स्वीकार की।

पूछताछ में अंकित ने खुलासा किया कि उसने अपने तीन अन्य साथियों अमित, करण और मनीष के साथ मिलकर 20 जुलाई को फतेहपुरी चौक की मिठाई दुकान पर पीड़ित का ऐप्पल आईफोन चुराया था। चोरी के बाद उन्होंने फोन को अपने परिचित अरुण उर्फ गेल को बेचने के लिए सौंप दिया था, ताकि अवैध कमाई को आपस में बांटा जा सके। अंकित के बयान के आधार पर, पुलिस ने पहाड़गंज के अराकशां रोड क्षेत्र में छापेमारी कर तीन अन्य आरोपियों अमित उर्फ पिर्रा, करण और मनीष उर्फ छोटू को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से छह चोरी के स्मार्ट फोन बरामद किए गए, जो मेट्रो स्टेशनों और भीड़भाड़ वाले बाजारों में राहगीरों से चुराए गए थे।

इसके बाद, पुलिस ने मैनपुरी के भोगांव गांव में छापा मारकर अरुण को गिरफ्तार किया, जिसके पास से पीड़ित का चोरी गया ऐप्पल आईफोन 16 प्रो मैक्स बरामद हुआ। अरुण ने कबूल किया कि उसे यह फोन बेचने के लिए दिया गया था, लेकिन वह अभी खरीदार नहीं ढूंढ पाया था। आगे की जांच में, आरोपियों के पास से कुल 16 अन्य चोरी के मोबाइल फोन बरामद किए गए। कुल 23 बरामद फोनों में से पांच को लाहौरी गेट थाने के चोरी के मामलों से जोड़ा गया है, जबकि शेष 18 फोनों को अन्य अपराधों से जोड़ने की जांच जारी है।

पूछताछ में पता चला कि ये आरोपी मेट्रो स्टेशनों और भीड़भाड़ वाले बाजारों में मासूम लोगों के मोबाइल फोन को निशाना बनाते थे, ताकि शराब और ऐशोआराम की जिंदगी जी सकें। सभी आरोपी भोगांव, मैनपुरी के निवासी हैं और स्थानीय ट्रेनों या बसों से दिल्ली आकर अपराध करते थे। अपराध करने के बाद, वे पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए अपने गांव लौट जाते थे। सभी आरोपी स्कूल ड्रॉपआउट हैं और नशे की लत से ग्रस्त हैं।

पुलिस जांच में सामने आया कि तीन आरोपियों का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड है। अंकित दिल्ली और भोगांव के थानों में अपहरण, पॉक्सो और मोबाइल चोरी के तीन मामलों में शामिल रहा है। करण दिल्ली और भोगांव के थानों में मोबाइल चोरी के सात मामलों में लिप्त है। अरुण लाहौरी गेट और भोगांव थानों में मोबाइल चोरी के दो मामलों में शामिल रहा है। इनके आपराधिक इतिहास को देखते हुए, मामले में धारा 112 बीएनएस भी जोड़ी गई है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More