पटना में दहला देने वाली वारदात, एक ही कमरे में दो बच्चों के जले हुए शव बरामद, परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप

राष्ट्रीय जजमेंट

बिहार के पटना के पास एक गाँव में दो बच्चों एक लड़की और एक लड़के के जले हुए शव एक ही कमरे में मिलने से दहशत फैल गई। पुलिस ने बताया कि उनके परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि किसी ने उन्हें आग लगा दी। परिवार का आरोप है कि किसी ने पहले बच्चों की हत्या की और फिर उनके शवों को आग लगा दी। अंजलि कुमारी (15) और अंशुल कुमार (10) के जले हुए शव एक कमरे के अंदर मिले। मामला सामने आने के बाद पुलिस मौके पर पहुँची और जाँच शुरू की। मामला सामने आने के बाद पुलिस मौके पर पहुँची और जाँच शुरू की। पूरा मामला दानापुर के नगवा गांव का है।फुलवारी शरीफ के डीएसपी 2 दीपक कुमार का कहना है कि दोनों बच्चों की जलने से मौत हो गई… बच्चों के पिता चुनाव आयोग में काम करते हैं… हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। इंडिया टुडे के मुताबिक पीड़ितों के पिता लल्लन गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि घर के पास दो-तीन आदमी देखे गए। इसके बाद मेरे 15 और 10 साल के बच्चे कमरे के अंदर मृत पाए गए। उन्हें मारने के बाद जला दिया गया था। अगर यह एक दुर्घटना होती, तो लड़के अपनी जान बचाने के लिए भाग जाते और दरवाज़ा भी खोल सकते थे, लेकिन उनकी तरफ़ से ऐसा कोई प्रयास नहीं किया गया, जिससे साबित होता है कि किसी ने पहले उनकी हत्या की और फिर उनके शवों को जला दिया।गुप्ता स्थानीय चुनाव कार्यालय में कर्मचारी हैं, जबकि उनकी पत्नी पटना एम्स में कार्यरत हैं। काम से घर लौटते ही वह भयावह दृश्य देखकर चीखने लगीं। फिर उन्होंने अपने पति को अपने साथ हुई इस त्रासदी के बारे में बताया। चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल था, पीड़ित परिवार और रिश्तेदार फूट-फूट कर रो रहे थे, सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर जमा थे और पुलिस पूरे इलाके में सबूत इकट्ठा करने के लिए तलाशी ले रही थी।गुस्से से भरे और परेशान गुप्ता ने कहा मैं उन्हें (दोषियों को) ज़िंदा जला देना चाहता हूँ। पुलिस को उन्हें आज ही पकड़ लेना चाहिए। परिवार के सदस्यों और उनके रिश्तेदारों ने भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि दोषियों को पकड़ने में तत्परता नहीं दिखाई गई। गुप्ता ने कहा, “अगर यह मुख्यमंत्री या किसी उच्च अधिकारी के परिवार का कोई सदस्य होता, तो पुलिस जाँच को लेकर उत्साहित होती और अपराधियों को जल्दी पकड़ लेती।”

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