राष्ट्रीय जजमेंट
अमरोहा में बेटे के शादीशुदा महिला से संबंधों से नाराज पिता ने सुपारी देकर उसकी हत्या करा दी। उसने अपने दोस्त के जरिए दो बदमाशों को 2.70 लाख रुपये में सुपारी दी थी। पुलिस ने आरोपी पिता सतेंद्र, उसके दोस्त उमर और सुपारी लेने वाले बदमाश जरीफ एवं रईस को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड का खुलासा किया है।
एसपी के मुताबिक, 22 जून की शाम को सतेंद्र ने अपने बेटे दीपक को उमर के घर भेजा था, यहां उसे पाइप देखने के लिए भेजा गया था। उमर ने यह जानकारी जरीफ को फोन पर दी। दीपक शराब पीने का आदी था, इसलिए जरीफ और रईस शराब की दो बोतल लेकर उमर के घर पहुंचे।
यहां, जरीफ और रईस ने दीपक को खूब शराब पिलाई। रात में करीब 10.30 बजे, जरीफ और रईस दीपक को उसकी बाइक पर बैठाकर ले गए और उमर के घर से एक फावड़ा भी साथ ले गए थे। दोनों ने शहबाजपुर कलां गांव के जंगल में दीपक के सिर और चेहरे पर फावड़े से वार किया।
इसके बाद, कुछ दूरी पर गन्ने के खेत में ले जाकर तमंचे से गोली मारी और हत्या कर दी। पहचान मिटाने के लिए दीपक के कपड़े उतार दिए और उसका मोबाइल भी तोड़ दिया। इसके बाद, फावड़ा, दीपक के कपड़े, मोबाइल और तमंचा लेकर हाईवे के पास स्थित अंडरपास में छिपा दिया।
दीपक के कपड़े और मोबाइल को वैक्टेश्वरा यूनिवर्सिटी के पास फेंक दिया और बाइक लेकर फरार हो गए। रात के करीब चार बजे, दोनों उमर के घर गए और बताया कि दीपक को मारकर गन्ने के खेत में डाल दिया है। अगले दिन, 23 जून को दीपक के पिता सतेंद्र ने बाकी एक लाख रुपये उमर को दे दिए, जिसे उसने अपने घर में छिपा लिए थे।
दीपक की हत्या करने वाले जरीफ पर बछरायूं, मंडी धनौरा और चांदपुर थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं। वहीं, दूसरे हत्यारोपी रईस पर गजरौला, सैदनगली, गढ़मुक्तेश्वर में चोरी, हत्या की कोशिश और आर्म्स एक्ट के आठ मुकदमे दर्ज हैं। मृतक दीपक के पिता सतेंद्र के खिलाफ भी नौगांवा सादात थाना में मारपीट, धमकी और गाली-गलौज के आरोप में मुकदमा दर्ज है।
दीपक हत्याकांड को सुलझाने वाली पुलिस टीम को एसपी अमित कुमार आनंद ने 25 हजार रुपये का नगद पुरस्कार दिया है। इस टीम में रजबपुर थानाध्यक्ष कोमल तोमर, अतरासी चौकी इंचार्ज लवलीश कुमार, सर्विलांस प्रभारी बिजेंद्र मलिक समेत 16 पुलिसकर्मी शामिल थे।
अमरोहा में बेटे के शादीशुदा महिला से संबंधों से नाराज पिता ने सुपारी देकर उसकी हत्या करा दी। उसने अपने दोस्त के जरिए दो बदमाशों को 2.70 लाख रुपये में सुपारी दी थी। पुलिस ने आरोपी पिता सतेंद्र, उसके दोस्त उमर और सुपारी लेने वाले बदमाश जरीफ एवं रईस को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड का खुलासा किया है।
शनिवार को एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि सोमवार को रजबपुर थाना क्षेत्र के शहबाजपुर कलां गांव के गन्ने के खेत में एक अज्ञात युवक का शव मिला था। मृतक के शरीर पर केवल अंडरवियर था। उसके चेहरे पर चोट के निशान थे और सिर में गोली मारी गई थी। अगले दिन मृतक की पहचान नौगांवा सादात थाना क्षेत्र के गालिबबाड़ा निवासी दीपक के रूप में हुई थी।
इस मामले में मृतक के पिता सतेंद्र सिंह ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। एसपी के मुताबिक दीपक शराब पीने का आदी था और शादीशुदा महिला से उसके संबंध थे। करीब दो साल पहले दीपक उस महिला को घर ले आया था, जिसके बाद महिला के पति ने दीपक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
इस संबंध में कई बार गांव में पंचायत हुई और महिला को उसके पति के पास भेज दिया गया। बावजूद इसके, दीपक महिला का साथ नहीं छोड़ रहा था और अपने पिता से संपत्ति में हिस्सा मांग रहा था।
सतेंद्र ने धनौरा थाना क्षेत्र के हलपुरा गांव निवासी अपने दोस्त उमर के माध्यम से हलपुरा गांव के जरीफ और रईस से मुलाकात की और 2.70 लाख रुपये में अपने बेटे की हत्या की सुपारी दी। 22 जून की रात जरीफ और रईस ने दीपक को गन्ने के खेत में ले जाकर तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी।
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