आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में गुयाना ने दिया भारत को अटूट समर्थन, Shashi Tharoor के डलिगेशन ने कई मुद्दों पर हुई बात

राष्ट्रीय जजमेंट

कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने रविवार (स्थानीय समय) को गुयाना के उपराष्ट्रपति भरत जगदेव से मुलाकात की। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जॉर्जटाउन, गुयाना पहुंचा, जहां भारतीय प्रवासियों ने उसका बहुत जोश और उत्साह के साथ स्वागत किया।

गुयाना ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति अटूट समर्थन व्यक्त किया

कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाले सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात के दौरान गुयाना के उपराष्ट्रपति भरत जगदेव और प्रधानमंत्री मार्क फिलिप्स ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में अपने देश के अटूट समर्थन को दोहराया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल रविवार सुबह यहां पहुंचा।
आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे

जॉर्जटाउन स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने ‘‘गुयाना के उपराष्ट्रपति डॉ. भरत जगदेव से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने पहलगाम, ऑपरेशन सिंदूर और सिंधु जल संधि पर भारत की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया तथा आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की दृढ़ नीति को रेखांकित किया।’’

भारत के साथ खड़ा है गुयाना

इसने कहा, ‘‘माननीय उपराष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में गुयाना के अटूट समर्थन को दोहराया।’’ थरूर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति भवन में जगदेव के साथ बैठक की जो ‘‘बेहतरीन’’ रही। सांसद ने कहा, ‘‘उन्होंने (जगदेव ने) हाल की घटनाओं के मद्देनजर भारत की चिंताओं को लेकर समझ और गहरी सहानुभूति व्यक्त की। इसके अलावा हमारी बातचीत में तेल और गैस की खोज के बाद गुयाना की विकास योजनाओं और उसकी रिकॉर्ड-तोड़ 30 प्रतिशत वार्षिक आर्थिक वृद्धि से संबंधित कई विषयों पर भी चर्चा हुई।’’

शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल गुयाना गया है

थरूर ने कहा, ‘‘कृषि से लेकर दूरसंचार, बैंकिंग और राजमार्ग विकसित करने तक के क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों के लिए बड़ी संख्या में अवसरों का उल्लेख किया गया। गुयाना में भी श्रमिकों की कमी है और वह भारतीय श्रमिकों का भी स्वागत करेगा।’’ प्रधानमंत्री फिलिप्स ने गुयाना के 59वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बर्बिस में भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की।
उच्चायोग ने कहा, ‘‘भारत-गुयाना सहयोग से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने माननीय प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिंदूर और भारत की आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति के बारे में जानकारी दी। माननीय प्रधानमंत्री ने सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के कदमों के प्रति गुयाना के समर्थन और समझ को दोहराया।

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