शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में गैस रिसाव से मची भगदड़, मरीजों को सांस लेने में हुई दिक्कत

अफरा-तफरी के बीच एक मरीज की मौत, प्राचार्य बोले- बीमारी से थी हालत गंभीर

डीएम ने दिए जांच के आदेश, फॉर्मेलिन रिसाव को बताया संभावित कारण

शाहजहांपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित पंडित राम प्रसाद बिस्मिल स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) के ट्रामा सेंटर में रविवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब ऑपरेशन थियेटर (ओटी) से गैस रिसाव की आशंका के चलते अचानक बदबू फैलने लगी। मरीजों को सांस लेने में परेशानी होने लगी तो तीमारदार उन्हें उठाकर बाहर की ओर दौड़ पड़े। इससे भगदड़ जैसे हालात बन गए।मरीजों और तीमारदारों ने बताया कि ट्रामा सेंटर में भर्ती मरीजों को आंखों में जलन और दम घुटने जैसी दिक्कत महसूस हुई। कुछ ही देर में अफरा-तफरी मच गई और लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए बाहर की ओर भागने लगे। इस बीच मेडिकल स्टाफ ने भी तत्काल मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना शुरू किया।प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि ट्रामा सेंटर स्थित ऑपरेशन थियेटर से (फॉर्मलिन) गैस की स्मेल आने की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई। गैस की गंध से मरीजों को सांस लेने और आंखों में जलन की शिकायत हुई, जिससे वह घबरा गए।इसी भगदड़ के दौरान एक गंभीर रूप से बीमार मरीज की मौत हो गई। हालांकि, प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि मरीज की मौत का कारण गैस रिसाव या भगदड़ नहीं, बल्कि उसकी पहले से नाजुक हालत थी। वह कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित था और उसकी हालत पहले से ही अंतिम अवस्था में थी। उन्होंने लोगों से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान न दें।घटना की सूचना पर प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने गैस रिसाव के कारणों की जांच शुरू कर दी है और पूरे मामले की तकनीकी जांच कराई जा रही है। फिलहाल अस्पताल परिसर में स्थिति सामान्य है और सभी मरीजों को वापस वार्ड में शिफ्ट किया जा चुका है। घटना के बाद मरीजों और तीमारदारों में दहशत का माहौल है, वहीं प्रशासन लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह और एसपी राजेश द्विवेदी भी मेडिकल कॉलेज पहुंचे और ओटी समेत अन्य हिस्सों का निरीक्षण किया।डीएम ने बताया कि ऑपरेशन थियेटर में कई उपकरण होते हैं, जिन्हें सैनिटाइज करने के लिए फॉर्मेलिन का इस्तेमाल किया जाता है। संभवतः उसकी बोतल खुल गई हो या जरूरत से ज्यादा मात्रा में प्रयोग होने के कारण वह पंखे की हवा में फैल गया हो। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी परिजन ने किसी तरह का आरोप लगाया है तो पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी।

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