ब्रुनेई। ब्रुनेई के सुल्तान ने आदेश दिया है कि अगर किसी के समलैंगिक होने का पता चला तो पत्थरों से मारकर उसे मौत की सजा दी जाएगी। नया कानून दुष्कर्म जैसे अपराध पर भी लागू होगा। 2014 में इस मुस्लिम देश में शरिया कानून लागू किया गया था।
हालांकि, सुल्तान के इस फैसले का विरोध भी हो रहा है। एमनेस्टी इंटरनेशनल में ब्रुनेई के रिसर्चर राचेल सी हावर्ड ने कहा- रजामंदी से बने यौन संबंधों को अपराध न माना जाए।
-
समलैंगिक होने पर पत्थरों से मारकर सजा देने का कानून 3 अप्रैल से लागू होगा। इसके साथ ही एक नया कानून भी इसी दिन से प्रभावी होगा, जिसमें चोरी का आरोप साबित होने पर हाथ या पैर को शरीर से अलग कर दिया जाएगा।
-
ब्रुनेई में शराब पर पहले से पाबंदी लगी हुई है। इसके साथ ही शुक्रवार की नमाज अदा करने में चूक होने पर भी यहां सजा का प्रावधान है। ब्रुनेई पहले ब्रिटिश शासन के अधीन था। समलैंगिकता पर यहां तभी से प्रतिबंध है।
-
दो तिहाई से ज्यादा आबादी मुस्लिम
दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित इस छोटे से देश की दो तिहाई से ज्यादा आबादी मुस्लिम है। शरिया कानून मुस्लिमों के लिए लागू किया गया था। वैश्विक स्तर पर इसकी तीखी आलोचना की गई थी।
-
1984 तक ब्रुनेई ब्रिटिश शासन के अधीन था। सुल्तान हसनल बोलकिया 50 साल तक शासन करने के बाद भी ब्रुनेई में लोकप्रिय हैं। उनकी सत्ता की गोल्डन जुबली के जश्न में 60 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए।
-
1967 में हसनल ने गद्दी संभाली थी। तब वे 21 साल के थे। वे शाही परिवार के 29वें वारिस हैं। 4 लाख की आबादी वाले ब्रुनेई में सुल्तान का परिवार 600 साल से राज कर रहा है।